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पंजाब सरकार जिम्मेदारी से पीछे हटने के बजाय आगे बढ़कर अपना फर्ज निभाती है – मुख्यमंत्री भगवंत मान

September 16, 2025


चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री भगवंत मान (Chief Minister Bhagwant Mann) ने कहा कि पंजाब सरकार (Punjab Government) जिम्मेदारी से पीछे हटने के बजाय (Instead of shying away from Responsibility) आगे बढ़कर अपना फर्ज निभाती है (Goes ahead and fulfills its Duty) । बाढ़ से परेशान लोगों के बीच जाकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिखाया कि एक नेता को वाकई कैसे काम करना चाहिए।


आमतौर पर नेता हवाई जहाज से ऊपर से देखकर ही चले जाते है, लेकिन मुख्यमंत्री मान खुद बाढ़ वाले इलाकों में गए। कीचड़ और पानी में जाकर लोगों से मिले। यही है असली नेतृत्व। सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं, सभी कैबिनेट मंत्रियों को अमृतसर और सीमावर्ती गांवों में भेजा गया। वे सिर्फ देखने नहीं गए, बल्कि सच में लोगों की मदद करने गए। दफ्तरी बैठकों की बजाय मैदान में जाकर काम किया।

भगवंत मान ने कहा – “मैं मुख्यमंत्री नहीं, दुःख मंत्री हूं।” यह बात पंजाबीयों के दिल को छू गई। उन्होंने मुसीबत में फंसे लोगों के साथ एक खास रिश्ता बना लिया। जंग के स्तर पर योजना बनाकर भारत की सबसे बड़ी फसल मुआवज़ा राशि दी । 20,000 रुपए प्रति एकड़ सीधे किसानों को और बाढ़ प्रभावित परिवारों को 4 लाख रुपए दिए गए । हर बाढ़ प्रभावित गांव को तुरंत बसाने के लिए 1 लाख रुपए की मदद मिली।

राहत शिविरों में असली लोकतंत्र दिखा। जहां लोकतंत्र सच में जिया जाता है, वहां लोग खुद आगे आते है। स्वयंसेवकों और स्थानीय नेताओं ने 2,300 से ज्यादा गांवों में खाना बांटने, डॉक्टरी कैंप लगाने और सफाई अभियान चलाने का काम संभाला। आम पंजाबियों ने अपने इलाकों और बाज़ारों में पहले सूचना देने वाले बने, सरकार के काम को अपनी ज़िम्मेदारी समझा। वहीं अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री की बात करें तो उनकी प्राथमिकताओं में जनता कहीं दिखी ही नहीं।

इस बाढ़ में सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि जनता भी जमकर आगे आई। स्वास्थ्य अभियान से लेकर साफ-सफाई के काम तक, और किसानों की आवाज़ को नीति में शामिल करने तक – जनता और सरकार की साझेदारी ने देश के लिए मिसाल पेश की है, जबकि बाकी जगह लोकतंत्र सिर्फ रस्म बनकर रह गया है। जैसे-जैसे पानी घट रहा है, यह साबित हो रहा है कि लोकतंत्र सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक पक्का वादा है।

स्वास्थ्य विभाग की 15 सितंबर की रिपोर्ट बताती है कि मान सरकार सिर्फ राहत नहीं, भरोसे का उदाहरण पेश कर रही है। 2303 गांवों में शुरू किए गए विशेष स्वास्थ्य अभियान ने पूरे राज्य में एक नई उम्मीद जगा दी है। अब तक 2016 गांवों में हेल्थ कैंप लग चुके हैं, जहां 51,612 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई और उन्हें मौके पर ही इलाज और दवाईयां दी गई। ये वो लोग हैं जो बाढ़ के बाद असहाय थे, लेकिन आज राहत के साथ यह भी महसूस कर रहे हैं कि सरकार उनके लिए है और उनके पास है।
इस पूरे अभियान में सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार खुद चलकर लोगों तक पहुंच रही है। 1,929 गांवों में घर-घर जाकर आशा वर्कर्स ने अब तक 1,32,322 परिवारों की सेहत की जांच की है और ज़रूरतमंदों को दवाइयां व मेडिकल किट दी गई हैं। इनमें ओआरएस, पैरासिटामोल, डेटॉल, बैंड-एड, क्रीम और जरूरी दवाइयां शामिल हैं। लोग खुद कह रहे हैं कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि सरकार बिना बुलाए खुद दरवाज़े पर दस्तक दे रही है।

सेहत के साथ-साथ साफ-सफाई और बीमारी रोकने के लिए जो तेज़ी से काम हुआ है, वह भी पंजाब की प्रशासनिक कार्यशैली का नया चेहरा बन गया है। अब तक 1,861 गांवों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की जांच हुई है, जिसमें 1,08,770 घरों की स्क्रीनिंग की गई, और 2,163 घरों में लार्वा मिलने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 23,630 घरों में लार्वीसाइड का छिड़काव किया गया। इसके अलावा 878 गांवों में फॉगिंग की गई, ताकि डेंगू और मलेरिया जैसे खतरों को जड़ से खत्म किया जा सके।

फॉगिंग की रफ्तार ऐसी है कि एक ही दिन में कई गांव कवर हो रहे हैं। कोई कोना, कोई गली, कोई घर सरकार की नजर से छूटा नहीं है। यह सब सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, यह उस सोच का परिणाम है, जो जनता को अपने परिवार की तरह देखती है। जब सरकार का हर मंत्री, विधायक, अधिकारी और कर्मचारी मैदान में हो, जब टीमों के पास आधुनिक संसाधन, मेडिकल उपकरण और तकनीकी ताकत हो, और जब काम करने की मंशा साफ हो, तब बदलाव सिर्फ एक सपना नहीं, एक हकीकत बन जाता है।

आज पंजाब के गांवों में सिर्फ दवाइयां नहीं पहुंच रहीं, वहां एक संदेश पहुंच रहा है, कि सरकार जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटती, वह आगे बढ़कर अपना फर्ज निभाती है। मान सरकार का ये हेल्थ मिशन अब सिर्फ सरकारी पहल नहीं, जनता के भरोसे का प्रतीक बन गया है। और यही वजह है कि आज पंजाब की आवाज़ साफ सुनाई दे रही है, ए सरकार नहीं, साडी सेवा है… ते आम आदमी पार्टी दी सरकार तां सच्चे अर्थां विच साडी सरकार है!

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