
नई दिल्ली: इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) को ओलंपिक सॉलिडैरिटी प्रोग्राम के तहत फंडिंग फिर से शुरू करने का फैसला किया है. आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले साल खिलाड़ी डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए 15 करोड़ रुपए का एनुअल ग्रांट रोक दिया था. IOC ने ये फैसला आंतरिक विवादों और सुशासन संबंधी समस्याओं के कारण लिया था. लेकिन हाल ही में आईओए की ओर से उठाए गए बड़े कदमों और भारत सरकार के सहयोग से किए गए प्रयासों को देखते हुए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने ये फैसला लिया है.
पिछले साल आईओए में आंतरिक कलह और सुशासन संबंधी मुद्दों ने संगठन को मुश्किल में डाल दिया था. विवाद की सबसे बड़ी वजह थी रघुराम अय्यर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में नियुक्ति, जिसे 12 कार्यकारी परिषद सदस्यों ने उनकी उच्च सैलरी का हवाला देते हुए मानने से इनकार कर दिया था. इसके अलावा, सीएजी की एक रिपोर्ट में एक गलत स्पॉन्सरशिप समझौते के कारण 24 करोड़ रुपए के नुकसान की बात सामने आई थी. इन मुद्दों के चलते आईओसी ने फंडिंग रोक दी थी, जिससे भारतीय एथलीटों की ट्रेनिंग और डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रभावित हो रहे थे. लेकिन अब आईओसी ने भारतीय ओलंपिक संघ की फंडिंग को बहाल कर दिया है.
भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन ने बताया कि आईओसी ने स्पोर्ट्स इकोसिस्टम को मजबूत करने और जमीनी स्तर से लेकर अभिजात वर्ग तक हर लेवल पर एथलीटों का समर्थन करने के लिए आईओए और भारत सरकार की ओर से उठाए गए सकारात्मक उपायो को स्वीकार करने के बाद भारत के लिए अपने ओलंपिक सॉलिडेरिटी फंडिंग कार्यक्रम को पूरी तरह से फिर से शुरू करने का फैसला किया है.इस सहायता से ओलंपिक खेलों और बड़े इंटरनेशनल टूर्नामेंट में ट्रेनिंग, तैयारी और भागीदारी में सहायता मिलेगी.
आईओसी के एनओसी संबंध और ओलंपिक एकजुटता निदेशक जेम्स मैकलियोड की ओर से IOA अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे गए लेटर में कहा गया है कि हमने आपके एनओसी (नेशनल ओलंपिक समिति) के आंतरिक विवादों और प्रशासनिक मुद्दों को सुलझाने के लिए पिछले कुछ सप्ताहों में उठाए गए अलग-अलग कदमों और सुधारात्मक उपायों पर ध्यान दिया है. सभी लंबित आंतरिक मुद्दों और गलतफहमियों पर आपकी एनओसी कार्यकारी समिति में रचनात्मक और पारदर्शी तरीके से चर्चा की गई और सामूहिक रूप से एकता और अच्छी नीयत की भावना से आगे बढ़ने और साथ मिलकर काम करने पर सहमति बनी है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved