तेहरान। ईरान-अमेरिका (Iran-America) संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण हैं। फिर भी ईरान (iran) दोस्ती करने की इच्छा जता रहा है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने सोमवार को कहा कि जब तक अमेरिका इजरायल (America Israel) का साथ देता रहेगा, मध्य पूर्व में दखलंदाजी जारी रखेगा और अपने सैन्य ठिकाने बनाए रखेगा, तब तक तेहरान के साथ उसकी दोस्ती मुमकिन नहीं है। यह बयान तब आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान पर दबाव तो बढ़ा ही रहे हैं, साथ ही सौदे की गुंजाइश भी बता रहे हैं।
इजरायल का साथ छोड़ दे अमेरिका
लेकिन खामेनेई ने बिना लाग-लपेट कहा कि तेहरान अब अधूरे भरोसे पर कोई सौदा नहीं करेगा। उन्होंने सबसे सख्त शर्त रखी कि अमेरिका इजरायल का साथ छोड़ दे, तभी मित्रता का रास्ता खुलेगा। इस बयान से साफ है कि अमेरिका-इजरायल गठबंधन बना रहेगा, तो ईरान के साथ संबंध सामान्य नहीं हो पाएंगे। बता दें कि अक्टूबर में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ईरान के साथ सहयोग और दोस्ती के लिए तैयार है, बशर्ते तेहरान राजी हो। उन्होंने जोर दिया था कि साझेदारी का रास्ता हमेशा खुला रहेगा।
दो सप्ताह में बना लेगा परमाणु बम
उधर, ईरान के पूर्व वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी मोहम्मद-जवाद लारीजानी ने खुलासा किया कि ईरान दो हफ्तों में परमाणु बम बना सकता है, लेकिन फिर भी वह इस रास्ते से परहेज करता है। लारीजानी ने बताया कि सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने परमाणु हथियारों के विरुद्ध फतवा जारी किया है, जो मजबूत शिया न्यायशास्त्र पर आधारित है।
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