
नई दिल्ली । ईरान (Iran)और इजरायल (israeli)के बीच पिछले तीन दिनों से लगातार युद्ध छिड़ा(constant war raged) हुआ है। दोनों ही देश एक-दूसरे के महत्वपूर्ण ठिकानों पर मिसाइलों(Missiles) और ड्रोन्स(Drones) के जरिए हमले कर रहे हैं। इजरायल ने शुक्रवार की सुबह कई दर्जन फाइटर जेट्स और ड्रोन्स के जरिए ईरान पर हमला किया और इस हमले को ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया। इजरायल ने इस हमले में अपने पुराने स्टाइल में इजरायल की सैन्य लीडरशिप को तबाह कर दिया। इसका बदला लेते हुए ईरान ने भी ऑपरेशन ट्रू प्रामिस 3 के जरिए इजरायल के तमाम ठिकानों पर हमला किया। इजरायल ने यह हमला इस अंदाज में किया कि इजरायल का आयरन डोम भी मिसाइलों को रोकने में नाकाम रहा। अब ईरान की तरफ से यह दावा किया गया है कि उसने इस ऑपरेशन में उसकी नई बैलिस्टिक मिसाइल हज कासिम का उपयोग किया था।
बैलिस्टिक मिसाइल हज कासिम का नाम ईरान के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी के नाम पर रखा गया है। कासिम सुलेमानी को ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में एयर स्ट्राइक के जरिए मरवा दिया था।
क्या है हज कासिम?
ईरानी स्टेट मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हज कासिम एक ठोस ईंधन वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। हज कासिम का मतलब है ‘बदला’
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सात टन वजनी इस मिसाइल की रेंज करीब 1200 किलोमीटर है। यह 500 किलो पेलोड ले जाने में सक्षम हैं। लगभग 11 मीटर लंबी इस मिसाइल की रफ्तार करीब 11 मैक मानी जाती है।इसके अतिरिक्त यह मिसाइल एक गतिशील वारहेड और ऑप्टिकल इन्फ्रारेड सीकर्स और एडवांस नेवीगेशन तकनीक से युक्त है, जिससे यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी आसानी से चकमा दे सकती है।
फर्स्ट पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक मई की शुरुआत में इस मिसाइल के बारे में जानकारी सामने आई थी की यह बैलिस्टिक मिसाइल एक एडवांस नेवीगेशन सिस्टम से भी लैस है जो इसे सटीक रूप से अपने टारगेट को भेदने में मदद करती है।
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