तेहरान। पिछले महीने ईरान और इजरायल (Iran – Israel) के बीच जंग छिड़ने की वजह से कई दिनों तक मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच-बचाव करने के बाद, दोनों देशों में सीजफायर पर सहमति बनी। अब भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने बताया है कि ईरान ने कभी भी इजरायल से युद्धविराम का अनुरोध नहीं किया था। साथ ही यह भी कहा है कि अब भी ईरान पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है।
भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा, “यदि आप ईरानी हमले और आत्मरक्षा के लिए ईरानी सैन्य अभियान की समीक्षा करें, तो यह प्रवृत्ति बढ़ रही थी। यदि आप ईरानी हमलों के पहले और आखिरी दिन की तुलना करें, तो यह बहुत अधिक था। हम युद्ध जारी रखने और अपनी रक्षा करने के लिए तैयार थे। इजरायल के पास युद्ध जारी रखने की पर्याप्त क्षमता नहीं थी, इसलिए वह इसे लागू करने और अपने लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहा। जब उन्होंने अपनी आक्रामकता रोक दी, तो हमने भी अपनी जवाबी कार्रवाई रोक दी।”
इलाही ने आगे कहा, “इजरायल आसानी से किसी भी युद्धविराम को तोड़ता रहा है। आपने देखा होगा कि इजरायल ने गाजा और लेबनान में कई बार युद्धविराम तोड़ा है। वह किसी भी युद्धविराम के प्रति विश्वसनीय और वफादार नहीं है। इसलिए हम सतर्क हैं और हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।”
ईरान और इजरायल युद्ध के बीच अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे। बी-2 बॉम्बर्स विमान भेजकर अमेरिका ने ईरान के तीन ठिकानों को तबाह कर दिया था। इससे तनाव बढ़ गया था। बाद में ट्रंप ने ही इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर करवाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा था कि सभी को बधाई, इजरायल और ईरान के बीच इस बात पर सहमति बन गई है कि अब से लगभग छह घंटे बाद जब इजरायल और ईरान अपने मिशन को पूरा कर लेंगे, 12 घंटे के लिए पूर्ण युद्धविराम शुरू होगा। इसके बाद युद्ध को खत्म माना जाएगा।
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