
यरुशलम । इस्राइल और हमास (Israel and Hamas) के बीच 15 महीनों से चल रहे युद्ध (war) में अभी कुछ दिनों की शांति देखने को मिल रही है। इसी बीच इस्राइल और हमास के अधिकारियों ने मंगलवार को एक समझौते (Agreement) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों (Prisoners) की रिहाई और मृत बंधकों के शवों का आदान-प्रदान किया जाएगा। इस समझौते से दोनों पक्षों के बीच चल रहे नाजुक युद्धविराम को कुछ और दिनों तक बनाए रखने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि इन दिनों इस्राइल-हमास के बीच युद्ध विराम समझौता चल रहा है। हालांकि बीते शनिवार को इस्राइली बंधकों के साथ किए गए क्रूर व्यवहार के चलते इस्राइल ने 600 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई में देरी की थी, जिसके बाद हमास ने इसे युद्ध विराम का उल्लघंन बताया था। साथ ही कहा था कि जब तक कैदी रिहा नहीं होते है, दूसरे चरण की बातचीत नहीं होगी।
शवों और सैकड़ों कैदियों की रिहाई
देखा जाए दोनों देशों के बीच चल रहा ये युद्ध विराम कई बार टूटने के कगार पर आया। बंधकों की रिहाई में देरी युद्धविराम को खतरे में डाल दिया था, लेकिन मंगलवार को हमास ने कहा कि एक समझौते पर पहुंचने के लिए काहिरा यात्रा के दौरान एक प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत की, जिससे चार मृत बंधकों के शवों और सैकड़ों कैदियों की रिहाई का रास्ता साफ हुआ।
इस समझौते में क्या होगा?
अब बात अगर इस समझौते की करें तो इस समझौते से फलस्तीनी कैदियों के एक नए समूह की रिहाई भी संभव होगी। एक इस्राइली अधिकारी ने पुष्टि की कि शवों को घर लौटाने का समझौता हुआ है, लेकिन अन्य विवरणों का खुलासा नहीं किया गया।
नए समझौते का संबंध व्हाइट हाउस से..समझिए
गौरतलब है कि इस्राइल-हमास के बीच ये नया समझौता यह समझौता व्हाइट हाउस के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की इस क्षेत्र में यात्रा के लिए रास्ता खोल सकता है। मामले में विटकॉफ ने कहा है कि उनका उद्देश्य दोनों पक्षों को दूसरे चरण की बातचीत में आगे बढ़ाने का है, ताकि हमास द्वारा पकड़े गए सभी बंधकों को रिहा किया जा सके और युद्ध समाप्त किया जा सके।

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