
नई दिल्ली । इजरायल(israeli) ने हमास(Hamas) के खिलाफ अपना सैन्य अभियान (Military operations)एक बार फिर से तेज कर दिया है। इजरायली सेना(Israeli Army) ने गाजा शहर में एक ऊंची इमारत पर हमला किया। फिलिस्तीनियों ने बताया कि शुक्रवार को हुए हमले में रिमल स्थित मुश्ताहा टावर को निशाना बनाया गया। गाजा सिटी निवासी अहमद अल-बोआरी ने कहा कि शहर के अन्य हिस्सों में इजरायली हमलों के कारण भाग रहे लोगों ने इस इमारत में और इसके आसपास शरण ली थी। सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में आसपास बड़ी संख्या में तंबू दिखाई दे रहे हैं। हमले में किसी के मारे जाने या घायल होने की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
सेना ने हमास चरमपंथियों पर शहर में अन्य ऊंची इमारतों का उपयोग निगरानी और योजनाबद्ध घात लगाने के लिए करने का आरोप लगाया। इसने कहा कि वह आने वाले दिनों में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक और टारगेटेड हमले करेगी। इजरायल ने कहा कि उसने इमारत पर इसलिए हमला किया कि हमास इसका इस्तेमाल निगरानी के लिए करता था। शुक्रवार के हमले से पहले ली गई इमारत की तस्वीरों से पता चला कि इसकी छत पहले के हमलों से पहले ही बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। शहर के कुछ हिस्सों को पहले ही रेड जोन माना जा चुका है, जहां फिलिस्तीनियों को संभावित भीषण लड़ाई से पहले ही खाली करने का आदेश दिया गया है।
आक्रमण को और बढ़ाने की तैयारी
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा में अन्य स्थानों पर हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए हैं। इजरायल ने हजारों रिजर्व सैनिकों को जुटाना शुरू कर दिया है। सेना अपने आक्रमण को बढ़ाने की योजना के तहत निकासी की चेतावनियां दोहरा रही है, जिसे लेकर घरेलू स्तर पर विरोध और विदेशों में निंदा हो रही है। शहर के शिफा अस्पताल ने बताया कि इजरायली हमलों में 27 लोग मारे गए, जिनमें एक ही परिवार के छह सदस्य शामिल हैं।
चरमपंथियों को निशाना बनाने का दावा
इजरायली सेना का कहना है कि वह केवल चरमपंथियों को निशाना बनाती है और नागरिकों की मौतों के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। इस हमले ने इजरायलियों में व्यापक विरोध को भी उत्पन्न किया है। उनका मानना है कि इससे गाजा में बंधक रखे गए लोगों को खतरा हो सकता है, जिनमें से कुछ के गाजा शहर में होने का अनुमान है। ऐसे 48 बंधक हैं और इजरायल का मानना है कि इनमें से 20 जीवित हैं।
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