
गाजा. इस्राइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने शनिवार को हमास (Hamas) ठिकानों में हवाई हमले (air strikes) किए, जिनमें 24 लोगों की मौत हो गई और 54 लोग घायल हुए। गाजा (Gaza) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
इस्राइली सेना ने दावा किया कि ये हमले उन हमास लड़ाकों के जवाब में किए गए, जिन्होंने संघर्षविराम के बावजूद इस्राइल-नियंत्रित क्षेत्र में घुसकर सैनिकों पर गोली चलाई। सेना ने इस घटना को सीजफायर का गंभीर उल्लंघन बताया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि कार्रवाई में हमास के पांच वरिष्ठ सदस्य मारे गए, जबकि हमास ने आरोप लगाया कि इस्राइल बहाने बनाकर युद्ध फिर शुरू करना चाहता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका द्वारा कराए गए युद्धविराम के बावजूद इस्राइल अब तक गाजा में 394 हमले कर चुका है, जिनमें 300 से अधिक लोग मारे गए और करीब 700 से ज्यादा घायल हुए। इससे पहले बुधवार को भी आईडीएफ ने गाजा में हमले कर 25 लोगों को मार दिया था, जब इस्राइल ने दावा किया कि हमास ने युद्धविराम का उल्लंघन किया है।
कई हमले, कई मोहल्ले तबाह
गाजा में कई इलाकों पर एक के बाद एक हुए हमलों ने पूरे माहौल को दहशत से भर दिया। गाजा सिटी के रिमाल क्षेत्र में एक वाहन को निशाना बनाए गए हमले में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए। शिफा अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, घायलों में बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं। इसी के साथ, अल-अवदा अस्पताल के पास एक मकान पर हुए हमले में 3 लोगों की जान गई और 11 घायल हुए। नुसेरात कैंप में एक घर पर किए गए हमले में सात लोगों की मौत हुई, जिनमें एक बच्चा भी शामिल था। दैर अल-बलाह में एक और आवासीय घर को निशाना बनाए जाने से तीन लोगों की मौत हुई, जिनमें एक महिला भी थी।
दैर अल-बलाह के खालिल अबू हातब ने भयावह दृश्य बताते हुए कहा अचानक जोरदार धमाका हुआ और चारों तरफ धुआं ही धुआं फैल गया। कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। यह कैसा संघर्षविराम है? यहां तो कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है।
युद्ध का अब तक का आंकड़ा
गौरतलब है कि सात अक्तूबर 2023 से शुरू हुए इस्राइल-हमास संघर्ष में अब तक 69,733 लोग मारे जा चुके हैं, जबक 1,70,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, 7 अक्तूबर 2023 के हमास हमले में इस्राइल में 1,139 लोगों की मौत हुई थी और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया गया था। संघर्षविराम के दौरान भी मौतों का आंकड़ा बढ़ा है, क्योंकि नए हमलों के अलावा मलबे से पुराने शव भी निकाले जा रहे हैं। मंत्रालय का कहना है कि मृतकों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved