
येरूशलम। इजरायल के रक्षा मंत्री (Israeli Defense Minister) ने बुधवार को गाजा (Gaza) में बचे फिलिस्तीनियों (Palestinians) को तुरंत शहर खाली करने का सख्त आदेश जारी किया। उन्होंने इसे फिलिस्तीनियों के लिए ‘अंतिम मौका’ करार दिया और चेतावनी दी कि जो कोई भी वहीं रुकता है, उसे हमास समर्थक माना जाएगा। ऐसे लोगों को इजरायल के ताजा सैन्य अभियान की ‘पूरी ताकत’ का सामना करना पड़ेगा। यह बयान इजरायल के गाजा में जारी सैन्य कार्रवाई के बीच आया है, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद भड़के संघर्ष का हिस्सा है। बता दें कि 1 अक्टूबर 2025 को ही इजरायली हमलों में कम से कम 16 फिलिस्तीनी मारे गए।
रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह उन गाजा वासियों के लिए आखिरी अवसर है जो दक्षिण की ओर जाना चाहते हैं और हमास के आतंकवादियों को शहर में अकेला छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गाजा में रहने वालों को आतंकवादी या उनके समर्थक माना जाएगा।
इधर, इजरायल ने गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई बुधवार को भी तेज कर दी, जिसमें कम से कम 16 फिलिस्तीनियों की जान चली गई। अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में विस्थापित फिलिस्तीनियों को निशाना बनाया गया, जिनमें से कई एक स्कूल में शरण लिए हुए थे। अल-अहली अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि गाजा शहर के पूर्वी जितून इलाके में स्थित अल-फलाह स्कूल पर कुछ मिनटों के अंतराल पर दो हमले किए गए। पहले हमले के बाद सहायता के लिए पहुंचे लोग भी दूसरे हमले के शिकार हो गए।
इसी तरह, शहर के पश्चिमी हिस्से में एक पेयजल टैंक के पास जमा लोगों पर हुए हमले में पांच फिलिस्तीनी मारे गए। गाजा सिटी के शिफा अस्पताल ने सूचना दी कि शहर के पश्चिमी इलाके में एक अपार्टमेंट पर हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई, जिसका शव अस्पताल पहुंचाया गया। मध्य गाजा के नुसरत शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में एक दंपती की जान गई। वहीं, बुरेज शरणार्थी शिविर में एक अन्य हमले में एक व्यक्ति मारा गया। अल-अवदा अस्पताल ने इसकी पुष्टि की।
युद्ध विराम प्रयासों पर हमास की चुप्पी
दूसरी ओर, गाजा में शांति बहाल करने और इजरायल-हमास युद्ध को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्री शांति योजना पर हमास की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
गाजा में मृतकों का आंकड़ा 66 हजार से अधिक
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इजरायली सैन्य अभियान में 66000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि करीब 1,70,000 अन्य घायल हुए हैं। मंत्रालय का कहना है कि मृतकों में से लगभग आधी महिलाएं और बच्चे हैं। बता दें कि यह मंत्रालय हमास-नियंत्रित सरकार का हिस्सा है।
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