
लखनऊ । इसरो प्रमुख वी नारायणन (ISRO chief V Narayanan) ने सोमवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान हमारे उपग्रहों (Satellites) ने बहुत ही शानदार काम किया। वह लखनऊ में आयोजित एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला (Astronaut Shubhanshu Shukla) के स्वागत समारोह में बोल रहे थे। इसरो चेयरमैन ने कहा कि फिलहाल भारत के कुल 58 उपग्रह हैं। यह सभी पूरी तरह से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 2035 तक भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा। गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए थे। भारत से बेहद सटीक ढंग से निशाना लगाते हुए पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।
सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की
इसरो चेयरमैन वी नारायणन ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सभी उपग्रहों का प्रदर्शन शानदार रहा। इसके बल पर हमने भारत के सभी नागरिकों की सेफ्टी और सिक्योरिटी सुनिश्चित की। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने निर्देश दिए हैं कि अगले तीन साल में अंतरिक्ष में भारतीय सैट्लाइट्स की संख्या आज से तीन गुनी होगी। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 मासूम लोगों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत हुई। इस हमले को बेहद सटीक और ठोस ढंग से अंजाम दिया गया।
अहम रही है इसरो की भूमिका
सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा 14 मई को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में इसरो की भूमिका के बारे में बताया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि 11 मई को एक कार्यक्रम में, इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने उल्लेख किया कि देश के नागरिकों की सुरक्षा और हिफाजत सुनिश्चित करने के रणनीतिक उद्देश्य के लिए कम से कम 10 उपग्रह लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। इसरो प्रमुख ने कहा कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, राष्ट्र को अपने उपग्रहों के माध्यम से सेवा करनी होगी। उसे अपने 7,000 किलोमीटर के समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों की निगरानी करनी होगी। उसे पूरे उत्तरी भाग की लगातार निगरानी करनी होगी। उन्होंने कहा कि उपग्रह और ड्रोन तकनीक के बिना, देश इसे हासिल नहीं कर सकता।
अपना अंतरिक्ष स्टेशन
वी. नारायणन ने यह भी कहा कि 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा और 2040 तक एक भारतीय चंद्रमा पर उतरेगा। उन्होंने कहा कि हम इंसान को चंद्रमा पर ले जाने के लिए एक रॉकेट बना रहे हैं। पीएम मोदी ने निर्देश दिया है कि 2040 तक इंसान को चंद्रमा पर ले जाया जाए और एक भारतीय को वहां उतारा जाए और उसे सुरक्षित वापस लाया जाए। इसरो प्रमुख ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की उपलब्धियों को राष्ट्रीय गौरव बताया और उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मेरा सहकर्मी सुरक्षित वापस लौट आया। यह गगनयान कार्यक्रम में काफी मददगार होगा। इसके लिए सबसे पहले हमें पीएम मोदी का शुक्रगुजार होना चाहिए।
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