
सतना। मध्य प्रदेश के सतना (Satna) जिले का एक वीर जवान कर्णवीर सिंह (Jawan Karnveer Singh) जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के शोपियां में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद (Martyr) हो गया. लेकिन शहादत से पहले मुठभेड़ में दो आतंकवादी (Terrorist) भी मारे गए। कर्णवीर 24 साल के थे और 21 राजपूत रेजिमेंट 44 RR में पदस्थ थे।
जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए सतना का एक लाल कर्णवीर सिंह राजपूत देश के लिए शहीद हो गया. वो सतना जिले के दलदल गांव के थे. आज सुबह शोपियां में आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर के दौरान उन्हें गोली लगी थी।
21 राजपूत रेजिमेंट में थे कर्णवीर
कर्णवीर 24 साल के थे और 21 राजपूत रेजिमेंट 44RR में तैनात थे. वो दीपावली की छुट्टी में घर आने वाले थे. लेकिन अब उनका पार्थिव शरीर आएगा. गुरुवार शाम तक विमान से उनका पार्थिव शरीर सतना पहुंचेगा और शुक्रवार को अंतिम अंतिम संस्कार होगा. कर्णबीर दो भाइयों में छोटे थे और अविवाहित थे. उनके पिता रवि कुमार सिंह भी सेना से रिटायर हुए हैं।
पिता भी फौजी
इससे पहले पिछले साल पुलवामा हमले में सतना जिले के पड़िआ गांव के लाल धीरेंद्र त्रिपाठी आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. जम्मू कश्मीर के शोपियां में आज सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जानकारी के मुताबिक इस मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हुए हैं जबकि तीन जवान घायल हुए थे. इनमें से कर्णवीर वीरगति को प्राप्त हुए।
परिवार को गर्व
कर्णवीर की शहादत की खबर मिलते ही उनके घर पर लोगों का पहुंचना शुरू हो गया. माता बेहाल हैं लेकिन फौज से रिटायर हुए पिता को अपने बेटे पर गर्व है. 75 की उम्र पार कर चुके दादा सूर्यप्रताप का कहना है उनको नाती की शहादत पर गर्व है।
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