
रांची: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर आतंकी (Terrorist) किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, और इसे देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों (Central Agencies) के साथ ही झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) भी अलर्ट पर है. खास तौर से झारखंड एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (Anti Terrorist Squad) ने इसे लेकर 285 संदिग्धों की सूची जिला पुलिस के साथ साझा की है, और इन संदिग्धों पर नजर रखने का निर्देश दिये हैं. मामले की जानकारी देते हुए एटीएस एसपी ऋषभ झा ने बताया कि एटीएस की टीम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platforms) और डार्क वेब पर भी पैनी नजर रख रही है.ऐसा इसलिए भी क्योंकि आतंकी संगठनों से जुड़े टेररिस्ट सोशल मीडिया के जरिए ही लोगों को रैडिकलाइज करते हैं. वहीं इसके साथ ही इन प्रतिबंधित आतंकी संगठन के आतंकी डार्क वेब के जरिए ही दूसरे देशों में बैठे अपने आकाओं से संपर्क करते हैं. ऐसे में एटीएस की पैनी निगाह सोशल मीडिया और डार्क वेब पर है और इसके लिए केंद्रीय एजेंसियों से भी सहयोग लिया जा रहा है.
झारखंड में कई आतंकी संगठनों के तार मिले हैं, वहीं उन आतंकी संगठने के स्लीपर सेल की गिरफ्तारियां इस बात का पुख्ता करती रही है. झारखंड में आईएम, एक्यूआईएस, सिम्मी, आईएसआईएस, पीएफआई, जेएमबी, आईवाईएफ, HUT और लश्कर-ए-तैय्यबा से जुड़े संदिग्धों की जानकारियां या गिरफ्तारियां पूर्व में हो चुकी हैं. एटीएस के द्वारा 285 संदिग्धों की सूची सभी जिलों के एसपी के साथ साझा की गई.
ये संदिग्ध 14 जिलों के हैं. रांची में 49,धनबाद में 05,साहिबगंज में 65,हजारीबाग के 17, लोहरदगा में 05,बोकारो में 01,जमशेदपुर में 22,खूंटी में 01,लातेहार में 01,रामगढ़ में 06, चतरा में 01, गढ़वा में 03, गोड्डा में 01 और पाकुड़ में 113 लोग हैं. बता दें कि ये रिपोर्ट आतंकी गतिविधियों में लिप्त संदिग्धों की गिरफ्तारियों के बाद उनसे मिले लिंक के आधार पर तैयार की गई है. इसके आधार पर वर्तमान में राज्य में कुल 285 संदिग्धों की सूची तैयार की गई है. वहीं, आतंकी घटनाओं या आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों पर निगरानी के लिए एटीएस की टीम सोशल मीडिया और डार्क वेब पर पैनी नजर रख रही है.
झारखंड में आतंकी संगठन ही आतंक फैला सकते हैं ऐसा नहीं है, बल्कि नक्सली और स्प्लिंटर्स ग्रुप भी इसमें शामिल हैं. नक्सली और स्प्लिंटर्स ग्रुप वर्तमान में बैकफुट पर नजर आ रहे हो लेकिन वो सुरक्षाबलों की कार्रवाई से हताशा में हैं. ऐसे में वो भी कभी भी बाउंस बैक कर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं. हाल ही में पीएलएफआई के सुप्रीमो मार्टिन केरकेट्टा को मुठभेड़ में मार गिराए जाने से पीएलएफआई ने बदला लेने की धमकी दी है.
वहीं, इसके साथ ही नक्सली संगठन भी लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई के खिलाफ बाउंसबैक करने को लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रहे हैं. मामले को लेकर आईजी ऑपरेशन डॉ माइकल राज एस ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा को लेकर सभी जिलों के एसपी को दिशा निर्देश दिया गया है, वहीं इसके साथ ही नक्सलियों और स्प्लिंटर्स ग्रुप पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. बहरहाल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कोई खलल न हो इसे लेकर झारखंड पुलिस की तैयारियां पूरी है. फिजिकली और डिजिटली दोनों तरफ से नजर रखी जा रही है.
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