
चक्रधरपुर। झारखंड (Jharkhand) में एक के बाद एक लगातार तीन धमाके (Three Consecutive Explosions) हुए। यहां के चक्रधरपुर रेलमंडल (Chakradharpur Railway Division) में नक्सलियों (Naxalites) ने बंद के दौरान रविवार को 11 घंटे के भीतर तीन जगह आईईडी विस्फोट (IED blast) कर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। विस्फोट में एक गैंगमैन की मौत हो गई, जबकि ट्रैकमैन(मैट) गंभीर रूप से घायल है। घायल ट्रैकमैन का इलाज राउरकेला के निजी अस्पताल में चल रहा है। विस्फोट में ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के बाद सुबह से रेंजड़ा और करमपदा के बीच मालगाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया। इस रूट पर मालगाड़ियों का ही परिचालन होता है।
रेलवे ट्रैक पर विस्फोट की पहली घटना सुबह 6.40 बजे रेंजड़ा और करमपदा रेलवे स्टेशन के बीच घटी। विस्फोट में ढाई मीटर तक लगे 60-60 केजी के रेलवे के स्लीपर उड़ने से ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। दूसरी घटना दिन में 10.05 बजे बिमलगढ़-रेंजड़ा और करमपदा सेक्शन के बीच घटी, जहां 58 वर्षीय गैंगमैन एतवा उरांव की मौत हो गई और 50 वर्षीय ट्रैकमैन बुधराम मुंडा घायल है। दोनों ओडिशा के सुंदरगढ़ के डलाईकेला के रहने वाले हैं। तीसरी घटना शाम पांच बजे करमपदा के पास घटी। रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं।
ट्रैक पर बैनर लगाए जाने की सूचना पर रविवार सुबह बिमलगढ़-करमपदा-रेंजरा सेक्शन में गैंगमैन और ट्रैकमैन को पेट्रोलिंग के लिए भेजा गया था। इसी दौरान विस्फोट में एतवा और बुधराम घायल हो गए। बाद में एतवा की मौत हो गई। बुधराम राउरकेला के अस्पताल में इलाजरत हैं। सूचना मिलने पर रेलवे के अधिकारी भी पहुंचे।
बंडामुंडा एडीएम वन नवल किशोर सिंह अस्पताल पहुंचे। वहीं राउरकेला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। इधर, घटना को लेकर मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि रंजन मिश्रा ने कहा है कि नक्सली जोन होने के बाद भी रेलकर्मी को पेट्रोलिंग के लिए भेजा गया, जिस कारण उनकी मौत हुई है। दूसरा जिंदगी-मौत के बीच झूल रहा है। उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन रेलकर्मियों को सुरक्षा देने में विफल साबित हुआ है।

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