
भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज गोपाष्टमी के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा गठित गौकैबिनेट की पहली बैठक आगर मालवा जिले के सालरिया में बने देश के पहले गौ अभयारण्य में करने का पूर्व में निर्णय लेने व बाद में उसे निरस्त करने के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सिर्फ गौकैबिनेट बनाने से ही गौवंश का संवर्धन व संरक्षण नहीं हो सकेगा। भाजपा सरकार में एक तरफ़ गौ अभयारण्य में गौमाताओं की रोज़ मौते हो रही है। वही ंदूसरी तरफ़ शिवराज सरकार गौकेबिनेट के नाम पर जनता को गुमराह करने में लगी हुई है। कमलनाथ ने कहा कि सितंबर 2017 में प्रदेश के आगर मालवा जिले के सालरिया में शुभारम्भ किए गए देश के पहले इस गौ अभयारण्य को लेकर भी शिवराज सरकार ने कई बड़े-बड़े दावे किए थे , यहाँ शिवराज सरकार अपनी गौकेबिनेट की पहली बैठक करने जा रही थीं लेकिन वहाँ की बदहाली , अव्यवस्थो की ,गौमाताओं की मौतों की व उनके शवों की दुर्दशा की तस्वीरें सामने आने के बाद शिवराज सरकार बेकफूट पर आ गयी है और अपनी किरकिरी से बचने के लिये उन्हें अपनी गौकेबिनेट की पहली बैठक इस गौ अभयारण्य में करने के निर्णय को पलटना पड़ा है। बेहतर होता कि वही गौकेबिनेट कर इस अभयारण्य की अव्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर सभी के साथ देखते और सच्चाई स्वीकार कर शुभारम्भ के बाद से ही हो रही गौमाताओ की निरंतर मौतों पर प्रदेशवासियो से मुख्यमंत्री माफ़ी माँगते।
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