मुंबई। अभिनेत्री से नेता बनी कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के एक बयान से हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच नया विवाद खड़ा हो गा है। दरअसल कंगना ने हिमाचल में ड्रग्स के इस्तेमाल पर इसकी तुलना पंजाब से कर दी थी और कहा था कि अगर यहां इस पर रोक नहीं लगाई गई तो ये जल्द ही पंजाब के उन कुछ गांव की तरह हो जाएगा, जहां बुजुर्ग और विधावा महिलाएं ही रहती हैं। उन्होंने ये बयान हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला की ‘उड़ता पंजाब’ वाली टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा था।
कंगना रनौत का ये बयान हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के उस बयान के बाद आया है जिसमें सार्वजनिक रूप से दी गई चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर ड्रग्स के बढ़ते खतरे से तुरंत नहीं निपटा गया तो राज्य अगला ‘उड़ता पंजाब’ बन सकता है। शुक्ला ने कहा कि नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत नशीले पदार्थों से संबंधित मामलों में 340 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है, जो 2012 में लगभग 500 मामलों से बढ़कर 2023 में लगभग 2,200 हो गए हैं।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भाजपा सांसद पर गैरज़िम्मेदारी का आरोप लगाया। चीमा ने कहा, “कंगना रनौत को पंजाब पर आरोप लगाने से पहले भाजपा शासित राज्यों में सर्वेक्षण करवाना चाहिए। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह के बेतुके और निराधार बयान दिए हों। उन्हें बिना सबूत के बोलने की आदत है।”
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