
वाशिंगटन । काश पटेल (Kash Patel) ने भगवद गीता पर हाथ रखकर (By placing hand on Bhagavad Gita) संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के नौवें निदेशक के रूप में शपथ ली (Took oath as Ninth Director) । 44 वर्षीय पटेल एफबीआई का नेतृत्व करने वाले पहले हिंदू-भारतीय और एशियाई मूल के व्यक्ति बन गए हैं।
अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने शनिवार को पटेल को शपथ दिलाते हुए कहा, “अपना हाथ गीता पर रखें और अपना दाहिना हाथ ऊपर उठाएं।” आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में भारतीय संधि कक्ष में शपथ लेते समय पटेल की गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस ने भगवद गीता को हाथ में लिया। इस समय पटेल के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
सोशल मीडिया पर पटेल के भगवद गीता की शपथ लेने के फैसले की जमकर तारीफ की जा रही है। भगवद गीता एक ऐसा हिंदू धर्मग्रंथ है जो लंबे समय से धार्मिक नेतृत्व, न्याय और नैतिक दृढ़ता के लिए मार्गदर्शक ग्रंथ रहा है। एफबीआई में विश्वास बहाल करने के लिए इन गुणों को जरूरी माना जाता है।
काश पटेल गीता पर पद की शपथ लेने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी नहीं हैं। कांग्रेस सदस्य सुहास सुब्रमण्यम ने भी ऐसा किया था, जबकि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में चुने गई पहली हिंदू-अमेरिकी तुलसी गबार्ड ने भी यही मिसाल कायम की थी। शपथ ग्रहण के बाद सभा को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि अमेरिकी सपना जीवित है क्योंकि ‘पहली पीढ़ी का भारतीय बच्चा’ एफबीआई का कार्यभार संभालने जा रहा है।
अपनी बहन निशा पटेल, गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस और अन्य रिश्तेदारों के सामने खड़े होकर पटेल ने कहा, ‘मैं अमेरिकी सपना जी रहा हूं।’ गुजरात में हिंदू माता-पिता के घर जन्मे पटेल का परिवार जातीय दमन से बचने के लिए युगांडा से भागकर कनाडा होता हुआ संयुक्त राज्य अमेरिका आ गया था। पहली पीढ़ी के अप्रवासी से लेकर अमेरिका की प्रमुख जांच एजेंसी के प्रमुख तक का पटेल का सफर अमेरिकी और भारतीय-अमेरिकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है।
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