
देहरादून (Dehradun) । केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से ठहरने (stay) के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। इससे श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिना बुकिंग कराए धाम पहुंच रहे यात्री (passenger) सोशल मीडिया पर मनमाने दाम वसूलने का दर्द बयां कर रहे हैं। हालांकि यात्रा मार्ग पर टेंट कारोबारियों का कहना है कि प्रति यात्री के ठहरने का 500 से 1000 रुपये लिया जा रहा है।
25 अप्रैल को केदारनाथ धाम खुलने के बाद से लगातार मौसम खराब है। धाम में रोजाना बारिश व बर्फबारी के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्रशासन का दावा है, केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग पर आठ से 10 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।
यहां गढ़वाल मंडल विकास निगम के साथ ही निजी टेंट लगाए गए हैं। सरकार व प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से लगातार अपील की जा रही है कि केदारनाथ धाम की यात्रा करने से पहले ठहरने की व्यवस्था करें। इसके बावजूद बिना बुकिंग के तीर्थयात्री धाम पहुंच रहे हैं। जहां पर उन्हें ठहरने का इंतजाम न होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ पुनर्निर्माण ड्रीम प्रोजेक्ट है। पहले चरण में केदारनाथ धाम में 300 करोड़ के कार्य पूरे किए गए, जबकि दूसरे चरण में 180 करोड़ के काम चल रहे हैं। इसमें धाम में अस्पताल, धर्मशाला, बीकेटीसी का भवन, पुलिस थाना, यात्री कमांड कंट्रोल रूम, तीर्थपुरोहितों के आवास का निर्माण किया जा रहा है।
पुनर्निर्माण कार्य पूरा होने के बाद केदारनाथ धाम में काफी हद तक श्रद्धालुओं के ठहरने की समस्या दूर हो जाएगी। इसके साथ ही सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक रोपवे बनने से श्रद्धालु एक ही दिन में दर्शन कर लौट आएंगे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved