
नई दिल्ली । दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव(Delhi Congress President Devendra Yadav) ने गुरुवार को दावा किया कि चुनावी हार की आशंका(fear of electoral defeat) से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल(AAP Convenor Arvind Kejriwal) दूसरों पर दोष मढ़कर अपनी धूमिल प्रतिष्ठा और घटते जनाधार को दोबारा पाने की कोशिश कर रहे हैं। यादव ने कहा, ‘केजरीवाल और उनके साथी संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में जमानत पर जेल से बाहर आए हैं और उन पर दोबारा गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।’
इंडिया अलायंस से कांग्रेस को बाहर करने की आम आदमी पार्टी की मांग पर यादव ने दावा किया कि आप को भाजपा की बी-टीम की भूमिका निभाने की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। बुधवार को दिल्ली कांग्रेस द्वारा पार्टी के ‘काले कारनामों’ पर 12 सूत्रीय श्वेत पत्र जारी करने के बाद पार्टी की विश्वसनीयता निचले स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा, ‘इसमें केजरीवाल के भ्रष्टाचार और उन लोगों के साथ विश्वासघात को उजागर किया गया है, जिन्होंने उन पर भरोसा किया था और पारदर्शी एवं ईमानदार सरकार की उम्मीद की थी।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के अपने विभागों ने आप की योजनाओं से जनता को आगाह करने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया है कि महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए केजरीवाल के चुनावी वादों को कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन योजनाओं में नाम दर्ज करने की आड़ में मतदाताओं की व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करके आम लोगों को ठगा जा रहा है।
यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस का लगातार कह रही है कि केजरीवाल दिल्ली के लोगों के लिए खतरनाक है। यह बात तब साबित हुई जब वे अपने साथियों के साथ कथित भ्रष्टाचार को लेकर जेल गए। उन्होंने दावा किया कि उनकी महीने भर की दिल्ली न्याय यात्रा के दौरान लोगों ने उनसे कहा कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में ‘भ्रष्टाचारी-दागी’ आप के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि लोगों को लगा कि अगर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ती तो उसके उम्मीदवार जीत जाते।
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