
नई दिल्ली । दक्षिण कोलकाता के लॉ कॉलेज(Law Colleges of Kolkata) में 25 जून को हुई एक दिल दहला देने वाली गैंगरेप की घटना(gang rape incident) ने पूरे देश को झकझोर(shook the country) कर रख दिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा और दो अन्य आरोपियों, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपी कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड है, जिसे भी गिरफ्तार किया गया है। ताजा खुलासे में पीड़िता के वकील और कोलकाता कोर्ट के मुख्य लोक अभियोजक सोरिन घोषाल ने बताया कि पीड़िता को पैनिक अटैक के दौरान इनहेलर देने का उद्देश्य उसकी मदद करना नहीं, बल्कि उसे और यातना देने के लिए तैयार करना था।
सरकारी वकील सोरिन घोषाल ने मंगलवार को शहर की एक अदालत को बताया कि साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में तीन लोगों द्वारा गैंगरेप की शिकार हुई 24 वर्षीय लॉ छात्रा को हमले के दौरान पैनिक अटैक आया और उसने तीनों आरोपियों से उसे अस्पताल ले जाने का आग्रह किया। हालांकि ऐसा करने के बजाय आरोपियों में से एक ने उसके लिए इनहेलर मंगवाया ताकि वे टॉर्चर जारी रख सकें।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में भी पैनिक अटैक के बारे में बताया था और कहा था कि कैसे मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने अन्य दो आरोपियों से उसके लिए इनहेलर लाने को कहा था। उसने कहा, “मुझे पैनिक अटैक आया और सांस लेने में तकलीफ हुई। मिश्रा ने अहमद और मुखर्जी को कमरे के अंदर आने को कहा। मैंने उनसे मदद मांगी। मैंने उनसे कहा कि वे मुझे अस्पताल ले जाएं। लेकिन वे मेरी मदद नहीं कर रहे थे। फिर मिश्रा ने उनसे कहा कि वे मेरे लिए इनहेलर लेकर आएं।”
पुलिस ने बताया कि अहमद ने ही पास की एक फार्मेसी से इनहेलर खरीदा था। हालांकि, इनहेलर की मदद से पीड़िता को थोड़ा बेहतर महसूस हुआ, लेकिन कुछ ही समय बाद आरोपी ने उसे फिर से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पुलिस ने उस फार्मेसी का पता लगाया जहां से इनहेलर लाया गया था, पीड़िता के बयान की पुष्टि करते हुए पुलिस ने इनहेलर के लिए UPI के माध्यम से किए गए 350 के भुगतान की रसीद भी जब्त की।
क्या होता है इनहेलर?
इनहेलर एक छोटा चिकित्सीय उपकरण है, जिसका उपयोग सांस की बीमारियों जैसे अस्थमा या COPD (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) के इलाज में किया जाता है। यह दवा को सीधे फेफड़ों तक पहुंचाता है, जिससे सांस लेने में राहत मिलती है। इसे मुंह के जरिए सांस के साथ लिया जाता है, और यह पैनिक अटैक या सांस फूलने की स्थिति में तुरंत राहत देता है।
आरोपियों की हिरासत बढ़ी
गैंगरेप की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत मंगलवार को बढ़ाकर 8 जुलाई तक कर दी। इन तीनों में मुख्य संदिग्ध मनोजीत मिश्रा तथा दो अन्य छात्र – जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी शामिल हैं। मिश्रा ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ का पूर्व छात्र और अस्थायी कर्मचारी था। इसी कॉलेज में 25 जून की शाम को यह घटना घटी थी।
सूत्रों के अनुसार, तीनों आरोपियों – मिश्रा, अहमद और मुखर्जी – के वकीलों ने जमानत याचिका दायर नहीं की, बल्कि अदालत को बताया कि आरोपी जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और सच्चाई सामने लाने में मदद करने के इच्छुक हैं। उन्होंने अदालत से यह भी सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि आरोप साबित होने से पहले कोई ‘मीडिया ट्रायल’ न हो और अनुरोध किया कि इस प्रक्रिया में अभियुक्त को “परेशान” न किया जाए।
बचाव पक्ष के वकील ने अनुरोध किया कि उन्हें आरोपियों के साथ अपराध स्थल पर जाने की अनुमति दी जाए तथा पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ के दौरान भी उपस्थित रहने की अनुमति दी जाए। बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि आरोपियों के फोन जब्त कर लिए गए हैं, लेकिन यह पता नहीं चल पाया है कि जांचकर्ताओं ने शिकायतकर्ता के मोबाइल की भी जांच की थी या नहीं।
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