
भोपाल। शहर की सड़कों पर फैला बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कारिडोर का जाल आम जनता के लिए परेशानी पैदा कर रहा है। इन कारिडोर को हटाएंगे। जब तक इन्हें हटाने का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक के लिए बहुत भीड़भाड़ व जरूरत वाले क्षेत्रों में इन्हें पांच-पांच घंटे के लिए खोला जाएगा। यह घोषणा नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बुधवार शाम को की। वह हबीबगंज रेल अंडरपास के लोकार्पण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भोपाल व इंदौर की सड़कों से कारिडोर हटाने की मांग समय-समय पर उठती रही है, जो सरकार के संज्ञान में है। इस पर काम किया जा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बीआरटीएस कारिडोर व्यवस्था ही गड़बड़ है। यह सुविधा देने की बजाय परेशानी बढ़ा रही है।
यह कार्यक्रम सावरकर सेतु के नीचे नर्मदापुरम रोड पर आयोजित किया गया था, जिसमें गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने सबसे पहले बीआरटीएस कारिडोर हटाने की मांग की थी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री को उन्होंने बताया कि शहर की सड़कों पर शाम के समय दबाव बढ़ जाता है। जाम लगता है और लोग फंस जाते हैं। दिन भर काम करने वाले लोगों को घर पहुंचने में देरी होती है। जो लोग बाजार के लिए निकलते हैं उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मंत्री को आवेदन भी दिया है।
उखाड़ फेंकना चाहिए बीआरटीएस कारिडोर
इस कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि बीआरटीएस कारिडोर को उखाड़ फेंकना चाहिए। यह हमारी जरूरत है ही नहीं। इसे जबरन ढो रहे हैं और जाम में फंस रहे हैं। इसकी वजह से बहुत परेशानी बढ़ गई है। हमें आम जनता को सहूलियत देनी चाहिए। उन्होंने मंच पर बैठे हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा कां नाम लेते हुए कहा कि बताइए , बीआरटीएस कारिडोर खत्म होना चाहिए या नहीं। जिस पर रामेश्वर शर्मा ने भी सहमति प्रदान की। इसके बाद मंत्री विश्वास सारंग ने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह से मंच पर ही बीआरटीएस कारिडोर को खत्म करने की मांग कर दी। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन के दौरान कहा है कि ये कारिडोर खत्म किए जाएंगे।
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