
इंदौर। पिछले विधान सभा चुनाव में मतदाताओं को साधने के लिए लाडली बहनाओं के साथ शिक्षित युवाओ के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री ने सीखो कमाओ योजना शुरू की थी । इस योजना के अंतर्गत शिक्षित बेरोजगार युवाओं को खाली पदों के अनुसार ट्रेंनिग देकर उन्हें जॉब दिलाना है। इसमें युवाओ के लिए सबसे बड़ा फायदा यह था कि जॉब के लिए ट्रेंनिग के दौरान इस योजना में पंजीकृत युवाओ को योग्यता के अनुसार हर महीने 8 हजार , से लगा कर 10 हजार रुपये का स्टाइपेंड भी सरकार दे रही है मगर पिछले 16 महीने का रिकार्ड बता रहा है कि यह योजना इंदौर में फ्लॉप साबित होती नजर आ रही है।
एमपी सरकार की स्काय मतलब सीखो कमाओ योजना मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव के पहले साल 2023 जुलाई में शुरू की गई थी । इस योजना के अंतर्गत राज्य सहित इंदौर के औद्योगिक सहित अन्य संस्थानो में खाली पदों के अनुसार 12 वी क्लास पास आईटीआई सहित डिप्लोमा होल्डर के अलावा स्नातक यानी ग्रेजुएट युवाओ को पंजीकृत संस्थानो में प्रशिक्षण दिलवा कर जॉब के योग्य बनाना है। ट्रेंनिग का कार्यकाल जरूरत के अनुसार 6 माह से 1 साल तक तय किया गया है इस योजना के लिये18 हजार 385 युवाओ ने ट्रेंनिग लेने के लिए और 2 हजार 212 संस्थानों ने युवाओं को ट्रेंनिग देने के लिए पंजीयन कराया ।
1504 संस्थानो में 15 हजार जॉब
इंदौर में पिछले 16 महीने में पंजीकृत 2212 में से 1504 संस्थान ही युवाओ को ट्रेंनिग और जॉब देने के लिए आगे आए इन्होंने कहा कि हमारे संस्थानो में 15 हजार 144 पद खाली है हम युवाओ को प्रशिक्षण देकर जॉब के लायक बनाएंगे मगर रोजगार और ट्रेंनिग के लिए पंजीयन कराने वाले 18 हजार 385 युवाओ में से सिर्फ 15 हजार 866 युवाओ ने आवेदन सम्बन्धित दस्तवेज लगाए।
ट्रेंनिग और जॉब के लिए 1359 का चयन मगर 204 बीच मे ही छोड़ गए
शिक्षित बेरोजगार युवाओं की प्रोफाइल देख कर 402 कम्पनियो ने ट्रेंनिग और जॉब के लिए 1359 युवाओ का चयन किया मगर इनमे से 323 युवा ट्रेंनिग लेने ही नही पहुंचे 575 युवाओ की ट्रेंनिग पूरी हो चुकी है इसमे से 204 युवा बीच मे ही अधूरी ट्रेंनिग छोड़ कर चले गए। अभी फिलहाल 275 युवाओ की ट्रेंनिग जारी है । इस तरह 832 युवाओ ने ही ट्रेनिग ली है। यानी इंदौर में पिछले 16 माह में ट्रेंनिग के लिए पंजीकृत 15 हजार 866 युवाओ में से सिर्फ 832 युवा ही जॉब के लिए ट्रेंनिग लेने पहुंचे।आंकड़े बता रहे है कि इंदौर में मुख्यमन्त्री सीखो कमाओ योजना बुरी तरह से फैल हो चुकी है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved