img-fluid

स्विट्जरलैंड में ‘मौत की मशीन’ को कानूनी स्‍वीकृति, 1 मिनट में निकाल देती है दम

December 08, 2021

नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड सरकार (government of switzerland) ने सुसाइड मशीन (Suicide Machine) के इस्तेमाल को कानूनी मंजूरी दे दी है. इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इस मशीन से किसी भी व्यक्ति की 1 मिनट के भीतर बिना किसी दर्द के मौत (death without pain) हो सकती है. ये मशीन ताबूत के आकार की बनी हुई है. इस मशीन के जरिए ऑक्सीजन (oxygen) का लेवल बहुत कम कर दिया जाता है जिससे 1 मिनट के अंदर मौत हो जाती है.
एग्जिट इंटरनेशनल (Exit International) नाम की संस्था के डायरेक्टर डॉ. फिलिप निट्स्के (Dr Philip Nitschke) ने इस ‘मौत की मशीन’ को बनाया है. उन्हें ‘डॉ. डेथ’ भी कहा जाता है.
स्विट्जरलैंड में इच्छामृत्यु को कानूनी मान्यता मिली हुई है. एग्जिट इंटरनेशनल का दावा है कि पिछले साल स्विट्जरलैंड में 1,300 लोगों ने दूसरों की मदद से आत्महत्या की थी.



कहा जा रहा है कि इस मशीन को ऐसे लोगों के लिए बनाया गया है जो बीमारी की वजह से हिल-डुल भी नहीं पाते. ब्रिटिश वेबसाइट इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मशीन को अंदर से भी ऑपरेट भी किया जा सकता है. बीमार व्यक्ति मशीन के अंदर पलकें झपकाकर भी इस मशीन को चला सकता है. इस मशीन में बायोडिग्रेडेबल कैप्सूल लगा है जिसे ताबूत की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है.
इस मशीन को Sarco नाम दिया गया है और अभी इसका प्रोटोटाइप पेश किया गया है. डॉ. निट्स्के ने बताया, ‘अगर सब ठीक रहा तो अगले साल तक ये मशीन उपलब्ध हो जाएगी. ये अब तक का सबसे महंगा प्रोजेक्ट है, लेकिन हम इसके काफी करीब हैं.’
हालांकि, ऐसी मशीन बनाने पर डॉ. निट्स्के की आलोचना भी हो रही है. इंडिपेंडेंट ने बताया कि कुछ लोगों ने मशीन के इस्तेमाल करने के तरीके पर सवाल उठाए हैं. लोगों का कहना है कि ये खतरनाक गैस चैंबर है. कुछ लोगों का ये भी कहना है कि ये मशीन लोगों को खुदकुशी के लिए उकसाएगी.
फिलहाल दो मशीन के प्रोटोटाइप तैयार हैं. तीसरी मशीन का प्रोडक्शन भी किया जा रहा है और अगले साल तक इसके तैयार होने की संभावना है.

Share:

  • सबसे ज्यादा असमानता वाले देशों में शामिल हुआ भारत , 1 प्रतिशत लोगों के पास राष्ट्रीय आय का 22 फीसदी हिस्सा

    Wed Dec 8 , 2021
    नई दिल्ली। भारत (India) एक गरीब और सबसे अधिक असमानता (Inequality) वाले देशों की सूची में शामिल हो गया है. देश में वर्ष 2021 में 1 फीसदी आबादी के पास राष्ट्रीय आय (National Income) का 22 फीसदी हिस्सा है, जबकि निचले तबके के पास 13 फीसदी है. ‘विश्व असमानता रिपोर्ट 2022’ (World Inequality Report 2022) […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved