
नई दिल्ली । अमेरिका(America) में साल 2017 में आसमान में जो बिजली चमकी(Lightning flashed) थी, वो मामूली नहीं थी। अब वैज्ञानिकों(Scientists) ने खुलासा(exposure) किया है कि वह बिजली की गड़गड़ाहट नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे लंबी ‘मेगाफ्लैश’ थी, जिसकी लंबाई 829 किलोमीटर थी। यह बिजली टेक्सास से लेकर कंसास तक आसमान में चमकती रही और अब इसे विश्व मौसम संगठन (WMO) ने दुनिया की सबसे लंबी बिजली घोषित कर दिया है।
इससे पहले का रिकॉर्ड 768 किलोमीटर लंबी मेगाफ्लैश का था, जो साल 2020 में अमेरिका के ही तीन राज्यों टेक्सास, लुइसियाना और मिसिसिपी में दर्ज हुई थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह मेगाफ्लैश सामान्य बिजली जैसी नहीं थी, जो ज़मीन से टकराती है। यह तो बादलों के बीच क्षैतिज रूप से कई सौ किलोमीटर तक फैली थी और इसे पकड़ना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन अब उपग्रहों की मदद से इसे मापा और रिकॉर्ड किया जा सका।
बिजली की ये चमक दिखी कैसे?
यह मेगाफ्लैश आम जमीन से रिकॉर्ड नहीं हो पाई थी। इसे धरती से 22,000 मील ऊपर मौजूद GOES ईस्ट वेदर सैटेलाइट ने रिकॉर्ड किया। वैज्ञानिकों ने बताया कि इतनी लंबी बिजली आम तौर पर बादलों के बीच क्षैतिज (सीधी) दिशा में फैलती है और ज़मीन तक नहीं आती, इसलिए इसे पहचानना मुश्किल होता है।
क्या होता है मेगाफ्लैश?
जब आसमानी बिजली 100 किलोमीटर से ज्यादा लंबी होती है, तो उसे ‘मेगाफ्लैश’ कहा जाता है। यह बहुत ही दुर्लभ और खतरनाक प्राकृतिक घटना है। आमतौर पर बिजली 10-15 किलोमीटर लंबी होती है और सीधी जमीन की ओर गिरती है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये रिकॉर्ड दिखाते हैं कि प्रकृति कितनी ताकतवर है। आने वाले समय में और भी बड़े रिकॉर्ड सामने आ सकते हैं, क्योंकि अब हमारे पास बेहतर तकनीक है।
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