
मोतिहारीः मोतिहारी जिले (Motihari District) के सुगौली नगर स्थित आज़ाद चौक पर शुक्रवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई. जब IDFC First Bank की कथित लापरवाही से तंग आकर एक महिला ग्राहक (Female Customer) ने बैंक परिसर (Bank Premises) में जमकर हंगामा किया. हाथ (Hand) में झाड़ू (Broom) और बांस (Bamboo) का बल्ला (Bat) लिए महिला ने बैंक प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा सरेआम जाहिर किया. जिससे कुछ देर के लिए पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.
महिला की पहचान सुगौली निवासी बिंदा देवी के रूप में हुई है. पीड़िता का आरोप है कि उसने बैंक से लिया गया पूरा लोन समय पर चुका दिया था. बैंक की ओर से उसे नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी जारी कर दी गई, लेकिन इसके बावजूद उसका नाम अब भी डिफॉल्टर की सूची में दर्ज है. सिबिल स्कोर में कोई सुधार नहीं किया गया. बिंदा देवी का कहना है कि वह पिछले कई महीनों से बैंक के चक्कर काट रही थी, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला, कोई ठोस समाधान नहीं.
बार-बार फरियाद के बाद भी जब बैंक की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो आक्रोशित महिला ने बैंक परिसर में झाड़ू और बांस के बल्ले से तोड़फोड़ शुरू कर दी. इस दौरान बैंक के कांच लगे दरवाजे क्षतिग्रस्त हो गए. ग्राहकों में दहशत फैल गई. घटना के बाद बैंक का कामकाज कुछ देर के लिए ठप हो गया.
सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस महिला पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने महिला को समझा-बुझाकर थाने ले जाकर पूछताछ की. वहीं, बैंक के ब्रांच मैनेजर संजय कुमार ने महिला के आरोपों को सिरे से खारिज किया. उनका कहना है कि महिला केवल एनओसी पर हस्ताक्षर कराने आई थी, लेकिन उस समय बैंक के कुछ स्टाफ फील्ड में थे. इसी बात से नाराज होकर महिला उग्र हो गई और उपद्रव करने लगी.
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. बैंकिंग दस्तावेजों, एनओसी और सिबिल रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है. इस घटना ने एक बार फिर बैंकिंग सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बड़ा सवाल यह है कि क्या सिस्टम की सुस्ती और लापरवाही ने एक आम महिला ग्राहक को कानून हाथ में लेने पर मजबूर कर दिया? जवाब जांच के बाद ही सामने आएगा.
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