वाशिंगटन। अमेरिकी वायुसेना (us Air Force) अपने स्टील्थ फाइटर जेट एफ-35 (F-35) से पीछा छुड़ाना चाहती है, क्योंकि इसके इंजन पार्ट में चाइनिज मटेरियल (chinese material) का इस्तेमाल किया गया है। एयरक्राफ्ट मेकर लॉकहीड मार्टिन (aircraft maker lockheed martin) ने इस बात की जानकारी दी।
आपको बता दें कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय- पेंटागन ने कंपनी से नए एफ-35 जेट्स की डिलीवरी लेने पर रोक लगा दी है। बताया गया है कि एफ-35 के इंजन में जो मैग्नेट लगा था, उसमें चीन के अनाधिकृत पदार्थों का इस्तेमाल हुआ है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय और कंपनी दोनों ने इसकी पुष्टि की है।
एक रिपोर्ट्स के अनुसार जहां एफ-35 का पूरा डिजाइन लॉकहीड मार्टिन कंपनी तैयार करती है, वहीं इसकी टर्बोमशीन को तैयार करने का जिम्मा हनीवेल नाम की कंपनी को दिया गया है। पिछले महीने के आखिर में हनीवेल को जानकारी दी गई कि उसकी टर्बोमशीन के सप्लायर्स चीन से मंगाए गए अनाधिकृत पदार्थों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि एहतियात के तौर पर फिलहाल एफ-35 को लेने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, यह भी कहा गया है कि मैग्नेट में चीन के किसी पदार्थ के इस्तेमाल से संवेदनशील जानकारी पर कोई खतरा नहीं है। न ही मौजूदा समय में इस्तेमाल हो रहे एफ-35 की गुणवत्ता या सुरक्षा पर कोई चिंता है। पेंटागन और लॉकहीड दोनों ने ही कहा है कि वे इंजन में लगने वाली टर्बोमशीन के लिए किसी और स्रोत से उपकरण मंगाएंगे।
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