भोपाल। बुजुर्गों के खिलाफ अपराध में भी मध्य प्रदेश (MP) नंबर 1 राज्य बनकर उभरा है। NCRB के आंकड़ों के मुताबिक साल 2023 में एमपी में बुजुर्गों से जुड़े अपराध के कुल 5738 मामले सामने आए थे, जो देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा थे। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि क्या किसी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश में जीरो केस भी दर्ज हुए हैं। अगर हां, तो कहां?
बुजुर्गों से जुड़े अपराध में एमपी नंबर 1
सबसे पहले बात करते हैं मध्य प्रदेश की। NCRB रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्गों से जुड़े अपराध के मामले में पूरे देश में कुल 27886 मामले दर्ज किए गए थे। इसमें से सबसे ज्यादा एमपी में दर्ज हुए, यानी 5738 मामले। बीते दो सालों की बात करें तो साल 2022 में 6187 मामले, साल 2021 में कुल 5273 मामले दर्ज किए गए।
इसी तरह के भयावह और चौंकाने वाले आंकड़े बच्चों से जुड़े अपराध के मामलों में भी सामने आए हैं। बच्चों की सुरक्षा के मामले में भी मध्य प्रदेश की हालत बदतर है। यानी NCRB के इन आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि बच्चे और बुजुर्ग दोनों ही मध्य प्रदेश में सुरक्षित नहीं है। साल 2023 में कुल 22393 मामले दर्ज हुए थे। एमपी में बच्चों से जुड़े अपराध में साल दर साल बढ़ोतरी देखी गई है। साल 2022 में 20415 और साल 2021 में 19173 मामले दर्ज किए गए थे।
जानिए कहां दर्ज हुआ जीरो क्राइम?
अब आपको राहत भरे आंकड़े बताते हैं कि आखिर देश के किस हिस्से में बुजुर्गों से जुड़े अपराध सबसे कम दर्ज किए गए। साल 2023 की बात करें तो असम ऐसा राज्य है, जहां बुजुर्गों से जुड़ा एक भी केस सामने नहीं आया। वहीं केंद्र शासित प्रदेश में लद्दाख और लक्षद्वीप शामिल है। इन दोनों प्रदेशों में बीते दोनों सालों में एक भी केस दर्ज नहीं हुआ था। जबकि असम की बात करें तो यहां साल 2022 में 6 और साल 2021 में 5 केस दर्ज हुए थे।
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