मुंबई। अबू आजमी (Abu Azmi Remark) के औरंगजेब (Aurangzeb) वाले बयान पर महाराष्ट्र विधानसभा में भारी हंगामा (Uproar in Maharashtra Assembly) हुआ. सदन की कार्यवाही कई बार बाधित रहने के बाद इसे दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित विधानसभा सदस्य आजमी के खिलाफ कार्रवाई की अपनी मांग को लेकर डटे रहे.
आजमी पर राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग
सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों ने दावा किया कि आजमी औरंगजेब के वंशज हैं, जिसने मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित किया था और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. बीजेपी के अतुल भटकलकर ने मांग की कि आजमी पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाए और बजट सत्र के लिए उन्हें विधानसभा से निलंबित किया जाए. शिवसेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने भी आजमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
आजमी ने औरंगजेब पर क्या दिया था बयान?
सपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा तक पहुंच गयी थी. मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक आजमी ने दावा किया था, “हमारा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत था और भारत को (औरंगजेब के समय) सोने की चिड़िया कहा जाता था.”
अबू आजमी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं : नीलेश नारायण राणे
समाजवादी पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के विधायक अबू आजमी के औरंगजेब वाले बयान पर शिवसेना विधायक नीलेश नारायण राणे ने कहा, “अबू आज़मी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. उन्हें महाराष्ट्र का इतिहास नहीं पता है और वे हमारे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान कर रहे हैं. उन्हें माफी मांगनी चाहिए, लेकिन सिर्फ माफी मांगना ही काफी नहीं है… या तो उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा जाना चाहिए या निलंबित किया जाना चाहिए, तभी उन्हें सबक मिलेगा. वे सुर्खियों में बने रहने के लिए बकवास करते रहते हैं, लेकिन अब हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
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