
मुंबई । महाराष्ट्र (Maharashtra) के भाजपा विधायक बबनराव लोनीकर (BJP MLA Babanrao Lonikar) ने एक सभा में विवादित टिप्पणी (controversial Comment) करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और सरकार की आलोचना करने वालों को पता होना चाहिए कि उन्हें ‘कपड़े, जूते, मोबाइल, योजनाओं का आर्थिक लाभ तथा बुवाई के लिए पैसे हमारी वजह से मिल रहे हैं।’ उनके इस बयान पर विवाद हो गया है और विपक्ष ने हमला बोला है। मध्य महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र परतुर में ‘हर घर सोलर’ योजना से संबंधित एक समारोह में पूर्व मंत्री लोनीकर ने यह बात कही। उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों का जिक्र किया, लेकिन इस दौरान ऐसी बात बोल गए कि अब निशाने पर आ गए हैं। उनके इस बयान की सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी आलोचना की है। उनका कहना है कि ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए।
लोनीकर की विवादास्पद टिप्पणी का एक वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर आने के बाद विपक्ष ने इसकी कड़ी आलोचना की। उन्होंने लोगों से कहा, ‘कुछ लोग और खास तौर पर युवा सोशल मीडिया पर हमारी और हमारी पार्टी की आलोचना करते हैं। हमने आपके गांव में पानी की टंकी, कंक्रीट की सड़कें, समारोह स्थल बनवाए और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिया।’ विधायक वीडियो में यह कहते सुनाई दे रहे हैं, ‘बबनराव लोनीकर ने हमारी आलोचना करने वालों की माताओं को वेतन दिया और उनके पिताओं के लिए पेंशन भी स्वीकृत की।’
इसके आगे वह कहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने (पीएम किसान सम्मान निधि का संदर्भ) आपके पिता को बुवाई के लिए 6,000 रुपये दिए। आपकी बहन लाडकी बहिन योजना का लाभ उठा रही है। आपके (भाजपा के आलोचकों) पास जो कपड़े, जूते, मोबाइल फोन हैं, वे सब हमारी वजह से हैं।’ उद्धव सेना के विधान परिषद सदस्य और सदन में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने भाजपा विधायक की टिप्पणियों के लिए उन पर निशाना साधा और उन्हें ‘अंग्रेजों का स्वदेशी संस्करण’ करार दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी भाषा बोलना ठीक नहीं है।
उद्धव सेना ने लिखा- आपकी नेतागिरी जनता की वजह से है, याद रखेंगे बयान
दानवे ने लोनीकर पर निशाना साधते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘आपका विधायक का दर्जा लोगों की वजह से है। आपके कपड़े, जूते, हवाई टिकट, नेतागिरी, (आपकी) कार में डीजल भी लोगों की वजह से है।’ उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता ने कहा, ‘लोगों को ये शब्द याद रखने चाहिए। राज्य में स्थानीय निकाय के चुनाव आ रहे हैं और उसमें माकूल जवाब देना चाहिए।’
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved