
चेन्नई: चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Chennai International Airport) पर मंगलवार, 12 अगस्त को एक गंभीर हादसे की आशंका टल गई, जब मलेशिया (Malaysia) के कुआलालंपुर (Kuala Lumpur) से आ रहे एक अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान (Cargo Plane) के चौथे इंजन में लैंडिंग (Landing) के दौरान अचानक आग (Fire) लग गई. यह घटना उस समय हुई, जब विमान रनवे के बेहद करीब पहुंच चुका था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान के दाहिने पंख पर स्थित चौथे इंजन से धुआं और आग की लपटें उठने लगीं, जिससे एयरपोर्ट परिसर में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
इस संकटपूर्ण स्थिति में पायलटों ने तुरंत एयरपोर्ट अधिकारियों को सूचना दी. हालांकि, उन्होंने आपातकालीन लैंडिंग घोषित करने के बजाय विमान को सामान्य प्रक्रिया के तहत उतारने का निर्णय लिया. इस दौरान, एयरपोर्ट पर तैनात दमकलकर्मी पहले से अलर्ट पर थे. जैसे ही विमान ने रनवे को छुआ, फायर टेंडरों ने तेजी से मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया. इस त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को होने से रोक दिया.
विमान एक कार्गो फ्लाइट था, जिसमें कोई यात्री सवार नहीं था. हालांकि, चालक दल और ग्राउंड स्टाफ के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती थी. सौभाग्य से सभी लोग सुरक्षित हैं और किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है. घटना के तुरंत बाद हवाई अड्डा प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. इंजीनियरिंग टीम इंजन और अन्य तकनीकी हिस्सों की बारीकी से जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में तकनीकी खराबी, ईंधन रिसाव या बर्ड हिट जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. हालांकि, सही वजह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी.
इस घटना ने जहां एयरपोर्ट की सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया व्यवस्था की तारीफ बटोरी, वहीं यह भी सवाल खड़ा किया है कि आखिर इतनी गंभीर तकनीकी खामी लैंडिंग से ठीक पहले कैसे सामने आई. फिलहाल, यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को देखते हुए राहत की सांस ली जा रही है और यह घटना सभी के लिए एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है कि विमानन सुरक्षा में सतर्कता का महत्व कितना बड़ा है.
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