
छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड (Chhindwara cough syrup scandal) में एक और बड़ा एक्शन हुआ है, पुलिस ने जहरीला रसायन सप्लाई (supply of toxic chemicals) करने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. एसआईटी (SIT) की तरफ से यह कार्रवाई की गई है. जांच टीम ने जहरीले डाय-एथलीन ग्लायकॉल की सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी शैलेष पांड्या को पकड़ा है. गिरफ्तारी के बाद पांड्या को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है, इस मामले में पुलिस लगातार एक्शन ले रही है, माना जा रहा है कि मुख्य आरोपी से बड़ी जानकारी मिल सकती है.
एसआईटी की शुरुआती जांच में ये बड़ा खुलासा हुआ कि पांड्या ही वह व्यक्ति था, जिसने श्रीसन फार्मा को कफ सिरप बनाने में उपयोग होने वाला रसायन सप्लाई किया था. जांच में यह भी सामने आया कि सप्लाई किया गया रसायन मानक गुणवत्ता का नहीं था और इसी जहरीले रसायन का इस्तेमाल कोल्ड्रिफ सिरप में किया गया था, जो बच्चों की मौत की सबसे बड़ी वजह है. पांड्या की गिरफ्तारी के साथ इस मामले में अब तक कुल 10 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि अब इस केस से जुड़ी और भी जानकारी पुलिस को मिल सकती है.
पांड्या की गिरफ्तारी के साथ छिंदवाड़ा कफ सिरप मामले में अब तक कुल 10 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, एसआईटी ने रसायन की खरीद, सप्लाई और स्टॉक से जुड़े कई दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं, टीम अब यह जांच कर रही है कि आखिर कैसे यह जहरीला रसायन बिना टेस्टिंग के उत्पादन कंपनी तक पहुंच गया और क्वालिटी चेक प्रक्रिया में इतनी बड़ी खामी कैसे रह गई.
हालांकि पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि जहरीला रसायन बिना टेस्टिंग के उत्पादन कंपनी तक कैसे पहुंचा और क्वालिटी चेक प्रक्रिया में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई हो गई. ऐसे में माना जा रहा है कि इसमें कंपनी के अन्य अधिकारियों या सप्लाई नेटवर्क की भी मिलीभगत भी शामिल हो सकती है. कोल्ड्रिफ सिरप कांड ने प्रदेश में दवा निर्माण और गुणवत्ता जांच व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं, एसआईटी जल्द ही मामले में और खुलासे कर सकती है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved