
स्टॉकहोम। दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा एक समुदाय विशेष की धार्मिक किताब जलाए जाने के कुछ ही घंटों बाद स्वीडन का दक्षिणी शहर माल्मो सुलग उठा। सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। मजहबी नारों के बीच लोगों ने पुलिसकर्मियों और बचाव सेवा के कर्मचारियों पर पत्थर और सामान फेंके। सड़कों पर टायर जलाए गए और जाम लगाने की कोशिश की गई। इस दौरान 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को शाम ढलते ही अचानक करीब 300 लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।टायर जलाने से पूरे इलाके में धुआं फैल गया। पत्थरबाजी में कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आईं। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मीडिया में आई खबरो के अनुसार, शुक्रवार की दोपहर प्रवासी बहुल इलाके के पास दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने पवित्र पुस्तक की प्रति जलाई। पुलिस ने माना कि इसी घटना के बाद हिंसा फैली। बाद में घृणा फैलाने के संदेह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि एक दक्षिणपंथी नेता रैसमस पालुदन की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने ऐसी हरकत की थी। इसी जगह पर बाद में विरोध प्रदर्शन के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई और दंगा फैल गया।
पालुदन को माल्मो शहर में एक बैठक में भाग लेना था। उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी गई और स्वीडन सीमा पर ही रोक दिया गया। प्रशासन को शक था कि पालुदन के आने से माल्मो में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। रैसमस पालुदन डेनमार्क के एक राजनेता और वकील हैं। उन्होंने 2017 में दक्षिणपंथी पार्टी ‘स्टैम कर्स’ की स्थापना की।
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