
शहडोल। नगर पालिका परिषद शहडोल के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के लिए आज शुक्रवार को हुए निर्वाचन प्रक्रिया बाद अचंभित करने वाला परिणाम सामने आया है। जहां बहुमत के करीब रही भाजपा को मात देते हुए कांग्रेस ने अध्यक्ष पद की कुर्सी में अपना कब्जा जमा दिया है। लेकिन, उपाध्यक्ष की कुर्सी भाजपा के खाते में ही गई।
आसान राह में कौन बना रोड़ा
बता दें कि बीते दिनों हुए पार्षद चुनाव में भाजपा को 18 सीटें हासिल हुई थीं। कांग्रेस को 12 और 9 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। इस आंकड़े पर नजर डालें तो, यहां नगर सरकार बनाने भाजपा की राह बेहद आसान थी। लेकिन परिणाम इसके उलट आए और कांग्रेस के घनश्याम जयसवाल ने भाजपा के प्रेम प्रकाश सोनी को हराकर अध्यक्ष बन गए। घनश्याम जायसवाल को 21 मत प्राप्त हुए हैं। वहीं प्रेम प्रकाश केवल 18 के आंकड़े तक ही सीमित रह गए।
कुंदन को डोली ने पछाड़ा
दूसरी ओर उपाध्यक्ष के लिए भाजपा के प्रवीण शर्मा डोली ने जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस की कुंदन पाण्डेय को हराया है। प्रवीण को 22 पार्षदों ने अपना मत दिया, वहीं कांग्रेस की कुंदन को 17 वोट ही मिल सके। आये परिणाम के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी अपने-अपने प्रत्याशी की जीत का जश्न मना रहे हैं। हालांकि भाजपा प्रत्याशी की जीत के जश्न के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष सहित कई अन्य नेता नदारद दिखलाई पड़े।
बाक्स में लगाए फोटो सहित
गौरतलब है कि, बीते 20 वर्षों से इस नगर पालिका परिषद में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है। इस बार भी भाजपा की नगर सरकार बनना लगभग तय था। लेकिन, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह के ओवर कॉन्फिडेंस, अपने चहेते को अध्यक्ष प्रत्याशी चुना जाना और कद्दावर, जनप्रिय एवं वर्षों से पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी एक बड़ी वजह मानी जा रही है। जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा के हाथों से निकलकर कांग्रेस के खाते में चली गई।
घोषित अध्यक्ष प्रत्याशी और बवाल
बीते गुरुवार की देर रात भाजपा ने प्रेम प्रकाश सोनी को अध्यक्ष पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया था। प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद आज सुबह से ही उक्त प्रत्याशी को लेकर भाजपा में ही विरोधाभास की स्थिति बनी रही। पार्टी का एक धड़ा महिला वित्त एवं विकास निगम की अध्यक्ष अमिता चपरा के नेतृत्व में अध्यक्ष प्रत्याशी के लिए राकेश सोनी को लेकर तटस्थ रहा है। जो नगर में लोकप्रिय एवं जनप्रिय नेता हैं, वह वार्ड क्रमांक 15 से जीत कर चौथी बार पार्षद बने हैं। उनकी छवि सहज, सरल और सुलभ नेताओं के रूप में शुमार है। जनचर्चाओं में यह बात सामने आ रही है कि, भाजपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी के कद्दावर एवं वरिष्ठ नेताओं की एक न सुनी और अपनी मनमानी करते हुए उन्होंने अपनी ही रणनीति पर काम किया। जिसके चलते आज नगर पालिका शहडोल का जीता चुनाव भाजपा हार गई है
गंभीरता से होना चाहिए मंथन
चुनाव परिणाम ने एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा किया है कि, जब भाजपा के उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे प्रवीण शर्मा को 22 वोट मिले और जीत दर्ज की है। तो फिर पार्टी के अध्यक्ष प्रत्याशी प्रेम प्रकाश सोनी केवल 18 वोट तक ही कैसे सीमित रह गए? यह सवाल जनचर्चा का विषय तो है ही, लेकिन इस पर संगठन को भी मंथन किए जाने की आवश्यकता है। चर्चा तो यह भी है कि, कमल के अंहकार व मनमानी ने भाजपा को मिले भारी बहुमत के बाद, जीती हुई बाजी हारी और हारी हुई कांग्रेस को जीता दिया।
प्रतिक्रिया
भाजपा को पूरे वोट मिले हैं कम वोटिंग के चलते हम अपना अध्यक्ष नहीं बना पाए। क्या कर सकते हैं कहीं न कहीं चूक हो गई। चलिए अब ठीक है अगली बार देखते हैं। अब नगर का विकास करना होगा हमारी पूरी कोशिश है सारे अपूर्ण कार्य पूर्ण हो और नया काम शुरू होगा। हम काम करने को ही तो नगर पालिका परिषद में जीत कर आए हैं?।
प्रवीण शर्मा उर्फ डोल
निर्वाचित उपाध्यक्ष, नगरपालिका परिषद शहडोल
नगर के सभी नागरिकों को नमन धन्यवाद ज्ञापित करता हूं यह कांग्रेस पार्टी की जीत है और अब नगर के विकास में कोई कसर नहीं रहेगी। हमारी सड़क पहली प्राथमिकता है।
धनश्याम जायसवाल
निर्वाचित अध्यक्ष
नगरपालिका परिषद शहडोल
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