
नई दिल्ली । महाराष्ट्र(Maharashtra) में मराठी भाषा(Marathi language) पर बढ़ते विवाद के बीच शिवसेना उद्धव गुट (Shiv Sena Uddhav faction)के नेता आदित्य ठाकरे (Leader Aditya Thackeray)का नया बयान सामने आया है। उन्होंने महाराष्ट्र और मराठी भाषा का अपमान करने वाले या उसका अनादर करने वाले लोगों को कड़ी चेतावनी दी है। ठाकरे ने कहा कि मराठी भाषा या हमारे राज्य का किसी भी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालांकि ठाकरे ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को पूरी तरह से खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि एक शिवसेना नेता के कार्यालय में मराठी न बोलने की वजह से दुकानदारों को पीटा गया।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारी मातृभाषा मराठी का अपमान न हो और न ही कोई भाषा हम पर जबरन थोपी जाए.. हम नहीं चाहते कि कोई भी कानून को अपने हाथ में ले.. लेकिन जब हमारी मातृभाषा का अपमान होता है या महाराष्ट्र का अपमान होता है तो मामला बढ़ भी सकता है।”
मीडिया में चल रही शिवसेना नेता से जुड़ी खबरों पर भी उन्होंने बात की। उन्होंने बताया कि शिवसेना नेता से इस बारे में बात की गई थी। इस पर नेता राजन विचारे ने इस बात की पुष्टि की कि इस घटना का सामुदायिक संघर्ष या भाषा संघर्ष का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, “एक अधिकारी अपना फोन चार्ज करने के लिए दुकान में गया था.. वहां उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई। इस वजह से विवाद हुआ और मारपीट तक मामला पहुंच गया। इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है।”
आपको बता दें आदित्य ठाकरे का यह बयान उस वायरल वीडियो के संबंध में आया है, जिसमें कथित तौर पर पूर्व शिवसेना सांसद और नेता राजन विचारे व्यापारियों के एक समूह को अपने कार्यालय में बुलाते दिख रहे हैं। बाद में ऐसा बताया गया कि मराठी भाषा न बोलने को लेकर विचारे और उनके समर्थकों ने व्यापारियों के साथ बदसलूकी की और उनसे माफी भी मंगवाई।कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विचारे और उनके समर्थकों ने व्यापारियों पर दबाव बनाया था कि वह मराठी भाषा में ही अपने व्यापार को आगे बढ़ाएं।
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