
नई दिल्ली । जस्टिस मार्कंडेय काटजू (Justice Markandey Katju) ने अपनी विवादास्पद पोस्ट (Controversial post) डिलीट कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने माफी भी मांगी है। जस्टिस काटजू ने एक महिला वकील को सलाह देते हुए लिखा था कि जज को आंख मारकर अनुकूल फैसले हासिल किए जा सकते हैं। इसके बाद काफी बवाल मचा था। सुप्रीम कोर्ट वुमन लॉयर्स एसोसिशन (Supreme Court Women Lawyers Association) ने जस्टिस काटजू के आपत्तिजनक और महिला विरोधी बयान की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है। इसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब जस्टिस काटजू की किसी बात पर विवाद हुआ है।
मजाक में कही थी बात
जस्टिस काटजू ने अपनी ताजा पोस्ट में लिखा है कि मैंने आंख मारने वाली बात मजाक में कही थी। मैंने पोस्ट करने के कुछ ही देर के बाद उसे डिलीट भी कर दिया था। उन्होंने आगे लिखा है कि लगता है महिला वकीलों ने मेरी बात को गंभीरता से ले लिया और दुखी हो गईं। इसलिए मैंने अपनी गलती मान ली। जस्टिस काटजू ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट वुमन लॉयर्स एसोसिएशन की मांग के मुताबिक मैंने माफी मांग ली है।
क्या है पूरा मामला
असल में एक महिला वकील को सलाह देते हुए जस्टिस काटजू ने एक्स लिखा था कि जिन महिला वकीलों ने मुझे अदालत में आंख मारी, उन्हें अनुकूल आदेश मिले। महिला वकील ने उनसे सलाह मांगी थी कि किसी मामले में प्रभावशाली ढंग से बहस कैसे की जाए। बाद में जब यह वायरल होने लगा और इस विवाद छिड़ा तो उन्होंने एक्स से अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। गौरतलब है कि साल 2006 में जस्टिस काटजू सुप्रीम कोर्ट के आए थे। यहां से साल 2011 में वह रिटायर हुए थे।
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