
इंदौर (Indore)। बीते दिनों बेटमा की जीवन ज्योति कॉलोनी में दो युवक अधमरे मिले थे, जिनमें से एक की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे की जान बच गई। जिसकी जान बची उसने पूरी घटना बताई कि कैसे वह दोस्त के साथ उसकी प्रेमिका से मिलने के लिए गया और प्रेमिका के घरवालों ने उन्हें घर में बंधक बनाकर अधमरा कर दिया। इसके बाद घटना स्थल पर फेंक आए। इस मामले में प्रेमिकाकी मां, दादी, भाभी सहित घर के अन्य 9 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया है।
बेटमा पुलिस ने बताया कि जीवन ज्योति कॉलोनी में सडक़ किनारे 8 जुलाई को मनोज पिता कैलाश चौधरी और सुदामा दोनों निवासी गढ़ी गांव घायल अवस्था में मिले थे। पास में दोनों की मोटरसाइकिल भी पड़ी थी। पहले लग रहा था कि दोनों सडक़ हादसे में घायल हुए, क्योंकि दोनों बोलने की अवस्था में नहीं थे। टीआई मीना करणावत ने बताया कि इलाज के दौरान सुदामा की मौत हो गई थी, जबकि मनोज की हालत में सुधार होने के बाद उसने बयानों में पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाया।
बयानों में हुआ खुलासा
मनोज ने बताया कि सुदामा का गांव की रहने वाली साधना से प्रेम प्रसंग था। साधना के ससुराल वालों को पता चला तो घर में विवाद होने लगा और उसे घर से निकाल दिया गया। साधना करवासा ग्राम स्थित मायके आकर रहने लगी, लेकिन फिर भी साधना और सुदामा के बीच फोन पर बातचीत होती रहती थी। दोनों ने मिलने का मन बनाया तो सुदामा मनोज को लेकर साधना के मिलने उसके मायके गया। यह बात साधना की भाभी को पता चली तो उसने घरवालों को बताया। इस पर घरवालों ने सुदामा को सबक सिखाने का मन मनाया।
सुदामा दोस्त मनोज को लेकर जैसे ही साधना के मायके गया तो उसके घरवालों ने दोनों को कमरे में बंद कर बंधक बना लिया और जमकर मारपीट की। इसके बाद उन्हें लगा कि दोनों मर गए तो योजनाबद्ध तरीके से जीवन ज्योति कॉलोनी में सडक़ पर फेंक आए। कई दिनों तक साधना के घरवालों ने इस राज को छुपाए रखा, लेकिन जैसे ही मनोज को होश आया तो उसने पूरी कहानी से पर्दा उठा दिया। पुलिस ने मामले में साधना, उसके पिता मुकेश पिता राजाराम, भाई बलराम, बलराम के दो साथी, साधना की मां, दादी और भाभी सभी निवासी करवासा को आरोपी बनाया है। दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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