नई दिल्ली। कर्नाटक (Karnataka) के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में जब बच्चों की थाली में मिड-डे मील परोसा गया, तो वे सहम गए. मिड-डे मील में मिले दाल-चावल में कीड़े रेंग रहे थे. ये कीड़े किसी एक बच्चे की थाली में नहीं, बल्कि सभी बच्चों के खाने में थे. टीचर्स ने जब देखा, तो पता चला कि पूरे मिड-डे मील में चावल के साथ कीड़े थे. मिड-डे मील की इतनी खराब क्वालिटी को लेकर छात्रों के माता-पिता बेहद नाराज हैं. मामले में जांच के आदेश दे दिये गए हैं.
कहां से आता है दाल-चावल?
स्कूल के खाने में कीड़े का मुद्दा बढ़ते देख मिड-डे मील से जुड़े अधिकारियों ने जांच का भरोसा दिलाया. अधिकारियों का कहना है कि चावल जिले के विभिन्न गोदामों से आता है, जबकि दाल, तेल और अन्य सामग्री एजेंसियों द्वारा ली जाती है. ऐसा हो सकता है कि निजी ठेकेदारों ने खराब गुणवत्ता वाले चावल और दाल की आपूर्ति की होगी. हम इस मामले की जांच करेंगे और वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट करेंगे. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, स्कूल के लिए मिड-डे मील बनाने वाले कॉन्ट्रैक्टर ने कहा, ‘हम सफाई का पूरा ध्यान रखते हैं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आने वाले दिनों में ऐसा नहीं होगा. मैंने एक बैठक में अधिकारियों से इस बारे में बात भी की है.’ हालांकि, उन्होंने माना कि खाने में एक-दो कीड़े आ सकते हैं.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved