
इंदौर। मालवा मिल, पाटनीपुरा ब्रिज निर्माण के कारण जहां क्षेत्र के दुकानदारों-रहवासियों की दिक्कतें जारी हैं, तो दूसरी तरफ निर्माण कार्य पूरा होने को लेकर नई गफलत पैदा हो गई। एक तरफ महापौर पुष्यमित्र भार्गव और जनकार्य समिति प्रभारी राजेन्द्र राठौर का दावा है कि अभी दो अक्टूबर विजयादशमी के दिन इस ब्रिज से यातायात चालू कर दिया जाएगा। दूसरी तरफ ब्रिज बनाने वाली निर्माण एजेंसी सीएस कंस्ट्रक्शन ने कल एक बोर्ड लगा दिया, जिस पर निर्माण पूर्ण होने की तिथि 17 मार्च 2026 अंकित कराई गई।
हालांकि इस बारे में महापौर का कहना है कि वर्क ऑर्डर के मुताबिक ठेकेदार एजेंसी ने यह बात लिखी है, जबकि यातायात के लिए ब्रिज निर्धारित समयावधि 100 दिन में चालू करवा दिया जाएगा। रिटेनिंग वॉल सहित अन्य बचे हुए काम हैं, वे अवश्य बाद तक चलते रहेंगे। निर्माण स्थल पर ठेकेदार एजेंसी द्वारा जो फ्लेक्स लगाया गया है उसको लेकर क्षेत्र के दुकानदारों ने भी सवाल उठाना शुरू कर दिए और अब नगर निगम से जानकारी ली जा रही है। हालांकि महापौर पुष्यमित्र भार्गव से जब आज सुबह इस ठेकेदार एजेंसी के बोर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वर्क ऑर्डर में चूंकि सालभर की समय सीमा तय की जाती है।
लिहाजा उसके मुताबिक ठेकेदार फर्म ने ये बोर्ड लगाया है। दरअसल, नगर निगम के पुल प्रकोष्ठ द्वारा पाटनीपुरा चौराहा से मालवा मिल के इस ब्रिज का ठेका 5.02 करोड़ में दिया गया है और निर्माण एजेंसी सीएस कंस्ट्रक्शन ने वर्क ऑर्डर के मुताबिक कार्य प्रारंभ करने और उसे समाप्त करने की तिथि चस्पा की है, जिसके मुताबिक 17 मार्च 2025 से ब्रिज का काम शुरू हुआ और 17 मार्च 2026 को खत्म होगा। जनकार्य समिति प्रभारी श्री राठौर का स्पष्ट कहना है कि रोजाना इस ब्रिज की मॉनिटरिंग की जा रही है। बीच में 15 दिन अवश्य व्यवधान आया था और आगे इस तरह का व्यवधान और आपातकालीन स्थिति निर्मित नहीं होती है तो 2 अक्टूबर दशहरा के दिन से इस पुल से यातायात चालू कर दिया जाएगा और शेष बचे ब्रिज का काम, जिसमें रिटेनिंग वॉल का निर्माण, फुटपाथ सहित अन्य काम होना है, वे चलते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि अभी इस ब्रिज के कारण मालवा मिल से पाटनीपुरा जाने का मार्ग बंद है और दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ब्रिज का काम जल्दी पूरा हो सके इसलिए ठेकेदार ने पूजा करके अमावस के दिन भी काम जारी रखा।
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