
इंदौर। 100 से अधिक खसरे नक्शे से गायब होने और इनके मिलान नहीं होने के कारण भू-अभिलेख विभाग में 11 गांवों की बंदोबस्ती की अनुमति मांगी है। सूची बनाकर समस्याओं को उजागर करते हुए पत्र ग्वालियर भेजा गया है। लम्बे समय से इंदौर जिले के कई गांव नक्शे और खसरों में मिलान नहीं होने के कारण बदहाली का शिकार है। आवेदकों की सुनवाई नहीं हो रही है, तो सीएम हेल्प लाइन में बढ़ती पेन्डेन्सी के कारण निचले कर्मचारी उच्च अधिकारियों की डांट खाने को मजबूर है।
जिले के ऐसे गांव जहां नक्शे में लम्बे समय से त्रुटि होने के कारण आवेदनों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। अभिलेख दुरुस्ती के एसडीएम और तहसीदार को पत्र लिखे जाने के बावजूद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो भू-अभिलेख विभाग ने आयुक्त भू-अभिलेख से अनुमति मांगी। जल्द ही इन गांवों में नक्शों के सुधार कार्य के साथ साथ बंदोबस्त किया जाएगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कई गांव ऐसे है, जिनमें 100 से अधिक खसरे पटवारी की सीट से ही गायब है तो कई का मिलान ही नहीं हो रहा है। अब आयुक्त भू-अभिलेख के निर्देश पर जिले में सर्वेक्षण का कार्य जल्द शुरू होगा और नक्शा और अधिकार अभिलेख का निर्माण नए सिरे से कर इनमें सुधार किया जाएगा।
यहां मिली खामियां
तहसील जूनी इंदौर के ग्राम रालामंडल के नक्शे और अधिकार अभिलेख को लेकर सर्वेक्षण कार्य शुरू किया जाना है। पूर्व में भी विभाग ने भूखंड सीमाओं को तैयार कर संशोधन करने का प्रयास किया था, किन्तु यह भी अभी तक ठंडे बस्ते में ही पड़ा रहा। ऑनलाइन नक्शों में कई खामियां सामने आ रही है। इसी तरह आम्बेडकर नगर महू में पठान पीपलिया, मेंडल, भेरूघाट, लोधिया का नक्शा खसरे से मिलान नहीं करता। स्कैन किया गया नक्शा त्रुटिपूर्णि है और इसे ही अपलोड कर दिया गया। इसके कारण कई आवेदक विभागों के चक्कर काट रहे हैं। तहसील सांवेर के बलौदा टाकुन, कछालिया, का बंदोबस्ती नक्शा त्रुटिपूर्ण है। वहीं अरोदाकोट का नक्शा ही उपलब्ध नहीं है। इस गांवे के 100 से अधिक खसरे पटवारी सीट से ही गायब है।
2006-07 में आई थी त्रुटियां सामने
देपालपुर तहसील के ग्राम बनेडिया, बिजापुर और मोथला के नक्शे में सुधार की जरूरत है। वहीं बनेडिया का सारा पोर्टल व भू-अभिलेख पर गलत सर्वे नं. प्रदर्शित हो कहे हैं। गांव की सीट का मौके से मिलान नहीं हो पा रहा है। वहीं ग्राम बीजेपुर और मोथला में 2006-07 के दौरान नक्शे में त्रुटि सामने आई है। आनलाइन बंदोबस्ती नक्शा तो यहां उपलब्ध है, लेकिन नया नक्शा ही गायब है। दोनों गांवों को एक दूसरे के नक्शे में शामिल होना बताया जा रहा है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved