
नई दिल्ली: लोकसभा (Lok Sabha) में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव (Pratap Rao Jadhav) ने जानकारी दी है कि देश में आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Prime Minister’s Public Health Scheme) के तहत अब तक 41 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. साथी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि जनवरी 2022 में लाभार्थियों की संख्या 10.74 करोड़ परिवारों से बढ़ाकर 12 करोड़ परिवार कर दी गई, जिससे देश की नीचे की 40% आबादी को लाभ मिल सके.
मार्च 2024 में योजना में आशा कार्यकर्ताओं (ASHA), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (AWW), आंगनवाड़ी सहायिकाओं (AWH) और उनके परिवारों को भी शामिल कर लिया गया. हाल ही में योजना का दायरा बढ़ाकर 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें वय वंदना कार्ड के ज़रिए लाभ मिलेगा चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो.
बनाए गए आयुष्मान कार्ड में आशा कार्यकर्ता 10.45 लाख,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 15.01 लाख, आंगनवाड़ी सहायिका 15.05 लाख.देशभर में अब तक 31,466 अस्पताल योजना में शामिल किए जा चुके हैं, जिनमें से 14,194 निजी अस्पताल हैं. योजना के तहत अब तक 9.84 करोड़ से अधिक लोगों का इलाज किया जा चुका है, जिसकी कुल लागत 1.40 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा रही है.
आयुष्मान भारत योजना अब केवल एक हेल्थ स्कीम नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा और गरिमा का प्रतीक बन चुकी है. ASHA वर्कर्स से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक यह पहल भारत की सबसे कमजोर और सबसे मेहनती वर्गों को सशक्त बना रही है. 2024 में योजना ने जिस गति और विस्तार को अपनाया है, वह स्वास्थ्य अधिकार को भारत में वास्तविकता बना रहा है. स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत” की दिशा में यह एक ठोस कदम है.
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