
इंदौर। प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम फल एवं सब्जी मंडी में अव्यवस्थाओं को दूर करने एवं अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई। सब्जी मंडी क्षेत्र के दो शेड खाली कराए गए और वर्षों से जमे 50 से ज्यादा अतिक्रमण को हटा दिया गया। इससे बार-बार की यातायात समस्या का समाधान होगा। वहीं चेतावनी भी दी गई है कि एक सप्ताह में शेष अतिक्रमण भी स्वत: हटा लिए जाएं। बिना लाइसेंस मंडी में व्यापार करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। इनसे शासन को मंडी टैक्स नहीं मिलने से भी नुकसानी हो रही है।
चोइथराम सब्जी मंडी में सुबह 5 से 10 बजे के बीच जाम जैसे हालात होना आम बात रही है। इसके अलावा मंडी प्रवेश नाकों पर अतिरिक्त वसूली भी खूब चर्चाओं में रहती है। नवागत मंडी सचिव रामवीर किरार ने चोइथराम मंडी की अव्यवस्थाओं को देखते हुए व्यापारियों और कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी थी। सब्जी मंडी क्षेत्र में जेसीबी और पूरे अमले के साथ मंडी सचिव, मंडी प्रभारी राज कुवाल पहुंचे और सब्जी मंडी क्षेत्र में जालियां लगाकर अवैध अतिक्रमण, दो दर्जन से ज्यादा ठेले जो वर्षों से जमे हुए थे, के साथ ही टूटे-फूटे कैरेट रखकर अतिक्रमण किया हुआ था, 50 से ज्यादा अतिक्रमण हटाए।
वहीं दो शेड को भी अतिक्रमणमुक्त किया गया। मंडी प्रभारी ने बताया कि प्याज का सीजन शुरू होने वाला है। मंडी में प्रवेश द्वार से ही दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। जाम की स्थिति न बने, इसलिए व्यवस्थाओं को सुचारु बनाने के लिए अतिक्रमण को हटाना जरूरी हो गया था। मंडी क्षेत्र में अभी कई स्थानों पर अतिक्रमण शेष है। चेतावनी दी गई है कि सोमवार व मंगलवार को भी बिना लाइसेंस के व्यापार करने वालों की सूची बनाकर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। रविवार फिर से अभियान चलेगा, ताकि यहां आने वाले किसान और बाहरी व्यापारियों को बेहतर व्यवस्था दे सकें।
कर्मचारियों की मिलीभगत
व्यापारियों का कहना है कि मंडी प्रबंधन के कर्मचारी की मौन सहमति, मिलीभगत के चलते ही यहां लोग अतिक्रमण कर लेते हैं। अगर कर्मचारियों की सांठगांठ न हो तो अतिक्रमण नहीं हो सकता। मंडी में 6 से 8 ऐसे कर्मचारी हैं, जो 8/10 वर्षों या इससे ज्यादा समय से यहीं जमे हुए हैं। कुछ समय के लिए कार्रवाई होती है, लेकिन फिर यह अपनी पोस्टिंग यहां कर ही लेते हैं।
कार्रवाई होती है, लेकिन फिर लोग वहीं लगा लेते हंै दुकानें
चोइथराम मंडी में व्यापार करने के लिए अतिक्रमण की शिकायत नई नहीं है। छोटी-मोटी कार्रवाई अतिक्रमण हटाने की हमेशा होती है और लोग फिर से अपनी दुकान धीरे-धीरे जमाना शुरू कर लेते हैं, जिसके कारण जाम की स्थिति
बनती है।
प्रवेश द्वार एवं सांची पॉइंट के आसपास कब्जे…!
मंडी में मुख्य प्रवेश द्वार के बाद अन्य प्रवेश द्वारों के आसपास और सामने की तरफ अवैध रूप से अतिक्रमण बड़ी परेशानी रहा है। वहीं मंडी परिसर में बनी सांची पॉइंट की दुकानों के अतिक्रमण और अवैध होने को लेकर भी गतिविधियां शंका के घेरे में बताई जा रही हैं।
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