img-fluid

उज्जैन में 50 से अधिक सरकारी स्कूल खराब

September 13, 2022

  • कहीं पेयजल की व्यवस्था नहीं तो कहीं बैठने के लिए कमरे तक नहीं-स्कूली शिक्षा विभाग ने कराया सर्वे

उज्जैन। उज्जैन शहर सहित जिले भर में करीब पचास से अधिक सरकारी स्कूलों के हाल बेहाल है। किसी का भवन क्षतिग्रस्त हो गया है तो कहीं कमरे तक की व्यवस्था नहीं है जहां विद्यार्थी बैठकर पढ़ाई कर सके। इसके अलावा अधिकांश स्कूलों में पेयजल ही नहीं बल्कि शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। स्कूली शिक्षा विभाग ने प्रदेश सहित जिले के उन सरकारी स्कूलों का सर्वे कराया है जिनके भवन खतरनाक स्थिति में है और यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए जान का खतरा बना रहता है। प्रदेश के जिन 99 हजार 987 स्कूल में 21 हजार स्कूल कम क्षतिग्रस्त तो 18 हजार अधिक क्षतिग्रस्त पाए गए हैं उनमें शहर के साथ ही जिले में पचास से स्कूल भी शामिल हैं। स्कूलों में विद्यार्थियों के बैठने के लिए कक्ष ही नहीं हैं, तो पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। साथ ही स्कूल शौचालय विहीन हैं, ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश के सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए सर्वे करवा रहा है।



अधिकारियों ने भी किया था दौरा
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी ऐसे खतरनाक स्कूल भवनों का दौरा कर स्थिति को देखा था। बताया गया है कि बारिश के कारण भी कुछ स्कूली भवनों की दीवारें दरक गई है तथा ऐसी दीवारों को विभाग स्वयं के खर्च पर रिपेयर कराने का प्रयास भी कर रहा है और इसके लिए भोपाल से स्वीकृति मांगी गई है।

इनका कहना है
स्कूली शिक्षा विभाग भोपाल ने सर्वे कराया है। जो जीर्ण-शीर्ण भवन है, उनकी स्थिति जल्द ही सुधारी जाएगी, इसलिए सर्वे का काम हुआ है। विद्यार्थियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
गिरीश तिवारी, एडीपीसी

Share:

  • शहरों से गांवों के स्कूलों में आसानी से होंगे तबादले

    Tue Sep 13 , 2022
    मजबूत सिफारिश से ही मिलेगी शहर के स्कूल में पोस्टिं भोपाल। प्रदेश में शिक्षकों की कमी की वजह से कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं या फिर एक शिक्षक के भरोसे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति ज्यादा खराब है। स्कूल शिक्षा विभाग ने नई तबादला नीति जारी कर दी है। ज्यादातर शिक्षक दूर-दराज […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved