
ग्वालियर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) से चार युवक (Four young men) करीब सात दिन पहले गायब हो गए। पुलिस उन्हें ढूंढ निकालने की कोशिश कर रही थी। इसी बीच उन्हें पता चला की चारों हरियाणा की पलवल पुलिस (Palwal Police of Haryana) की गिरफ्त (All four arrested) में है। चार युवकों में दो नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला की सभी दूसरे लोगों के बैंक अकाउंट वहां धोखाधड़ी करने वालों को बेचने के लिए आए थे। सभी को सोमवार देर रात पुलिस हरियाणा से ग्वालियर लेकर चली गई।
रमन साहू, विशाल साहू और दो नाबालिगों के रूप में पहचाने गए चार युवक करीब सात दिन पहले लापता हो गए थे। तीन दिन तक तलाश करने के बाद उनके परिजनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सोमवार शाम को पुलिस ने उन्हें हरियाणा के पलवल जिले से बरामद किया और ग्वालियर लेकर चली गई।
ग्वालियर के एसपी धर्मवीर यादव ने बताया, ‘परिजनों ने बताया कि हमारे परिवार के कुछ सदस्य हरियाणा में काम करने गए थे, लेकिन उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया। चार में से दो नाबालिग थे, इसलिए हमने अपहरण का मामला दर्ज किया और टीमों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। हमारी टीमें वहां पहुंचीं, तो पता चला कि वे वहां की स्थानीय पुलिस की हिरासत में हैं। हम उन्हें लेकर ग्वालियर ले आए।’
यादव ने कहा, ‘यह पता चला है कि चारों युवकों ने पहले हरियाणा में घोटालेबाजों (स्कैमर्स) को लगभग छह निष्क्रिय बैंक अकाउंट बेचे थे। वे निष्क्रिय अकाउंट थे, यानी, उन्होंने शायद घोटालेबाजों को भी ठगा। बाद में, जिन लोगों ने उन निष्क्रिय अकाउंट्स को खरीदा था, उन्होंने दोबारा उनसे ज्यादा अकाउंट की मांग की। इस बार, जब वे उनसे मिलने पहुंचे, तो उन लोगों ने कथित तौर पर इन युवकों से कुछ पैसे छीन लिए और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया, यह कहते हुए कि उनकी गतिविधियां संदिग्ध थीं।’
एसपी ने कहा, ‘फिलहाल चारों को बरामद कर लिया गया है। उन्होंने कितने अकाउंट बेचे हैं और उन्होंने कितनी बार ऐसा किया है, इस बारे में विस्तृत जांच की जा रही है। जांच के आधार पर युवकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।’
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