
दतिया। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक दर्दनाक मामला सामने आया है। टीकाकरण (Vaccination) के बाद डेढ़ माह के एक बच्चे की मौत हो गई और तीन मासूम बच्चियों (Three Innocent girls) की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चियों की उम्र डेढ़ से तीन माह के बीच बताई जा रही है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दतिया जिले (Datia district) के दुरसड़ा थाना अंतर्गत ककरुआ गांव में एक डेढ़ माह के मासूम की टीकाकरण (Vaccination) के बाद मौत हो गई। वहीं, तीन मासूम बच्चियों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी बच्चियों की उम्र डेढ़ से तीन माह के बीच बताई जा रही है।
परिजन का आरोप है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता कुशवाहा और सुपरवाइजर लक्ष्मी कुशवाहा ने घर बुलाकर बच्चों का टीकाकरण किया। सभी बच्चे को तीन-तीन इंजेक्शन लगाए गए। इसके कुछ ही समय बाद मासूमों की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
नेहा और विकास कुशवाहा की डेढ़ माह की बेटे की मौत हो गई। परिजनों के अनुसार नेहा के पहले बेटे की भी मौत हो चुकी है। इसके बाद एक बच्ची हुई, जिसकी उम्र करीब तीन साल है। अब दूसरे बेटे की भी मौत हो गई है, जिससे परिवार गहरे सदमे में है।
घटना से आक्रोशित परिजनों ने सुबह दतिया कलेक्टर के बंगले पहुंचकर प्रदर्शन किया और मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने मामले में संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि मामले में दोषी पाए जाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं, जिला अस्पताल में भर्ती तीनों बच्चियों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। एसडीएम संतोष तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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