
शिवपुरी। शिवपुरी जिले (Shivpuri District) में राशन वितरण प्रणाली (Ration Distribution System) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गरीबों को बांटने के लिए भेजे गए सरकारी गेहूं (Government Wheat) की गुणवत्ता खराब (Quality Poor) पाई गई है। लोगों की शिकायत के बाद प्रशासन ने हरकत में आकर जांच करवाई, जिसमें खनियांधाना के जुंगीपुर गांव स्थित वेयर हाउस में 700 क्विंटल गेहूं खराब पाया गया। फिलहाल इस गेहूं का वितरण रोक दिया गया है।
पिछोर, खनियांधाना और खोड़ क्षेत्रों की शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर घटिया गुणवत्ता का गेहूं और चावल पहुंचने की शिकायतें लोगों द्वारा की गई थीं। लोगों ने आरोप लगाया कि उन्हें घुन लगा और खराब अनाज दिया जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि उन्हें जो भी सामग्री मिली, वह वेयर हाउस से ही प्राप्त हुई थी।
इन शिकायतों के आधार पर जिला प्रशासन ने जांच के लिए एक टीम गठित की। टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में जुंगीपुर स्थित सरिता वेयर हाउस में 700 क्विंटल गेहूं खराब पाया गया, जिसे तत्काल प्रभाव से अलग कर गोदाम में सुरक्षित रखवा दिया गया।
बुधवार को जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर ममता शाक्य तथा पिछोर एसडीएम शिवदयाल सिंह धाकड़ ने जुंगीपुर वेयर हाउस का निरीक्षण किया। जांच में 1400 कट्टे, यानी 700 क्विंटल गेहूं खराब पाया गया। इसे वितरित किए जाने से पहले ही रोक दिया गया है।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर ममता शाक्य ने गोदाम का स्टॉक, परिवहन दस्तावेज़ और अन्य संबंधित फाइलों की भी जांच की। उन्होंने बताया कि खोड़ और तिंधारी की सरकारी राशन दुकानों पर 4 से 5 क्विंटल खराब गेहूं पहुंचा था, जिसे तुरंत गोदाम में वापस बुला लिया गया। वहीं, पिछोर और बिरौली की दुकानों पर करीब 10 से 11 क्विंटल गेहूं वितरण से पहले ही रोक लिया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, यह खराब गेहूं 2025-26 की उपार्जन प्रक्रिया के तहत सीहोर जिले से आया था। फिलहाल गोदाम में कुल 20,761 क्विंटल अनाज का स्टॉक मौजूद है। सीहोर से 4,500 बोरी चावल और 9,000 बोरी गेहूं का उठाव किया जा चुका है।
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