
विधि मंत्री ने किया टेक्नोक्रेट इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ का शुभारंभ, कहा- अंधेरे में आशा की किरण हैं एडवोकेट
भोपाल। न्यायालय में जाने के बाद सभी के लिए आशा की ज्योति का केन्द्र एडवोकेट ही होता है। यह बात प्रदेश के विधि एवं गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में टेक्नोक्रेट इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के शुभारंभ अवसर पर आयोजित समारोह में कही। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी शासकीय अधिवक्ताओं को सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने की सौगात दी।
विधि मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को राज्य सभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा के साथ भोपाल में टेक्नोक्रेट इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ कॉलेज का शुभारम्भ किया। समारोह में टेक्नोक्रेट ग्रुप के प्रमुख संरक्षक डॉ रामरज करसौलिया, चेयरपर्सन साधना करसौलिया और उनकी टीम ने अतिथियों का स्वागत किया।
विधि मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने समारोह में नवीन लॉ कॉलेज की उन्नति के लिए अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यहां से निकलने वाले विद्यार्थी आम आदमी को न्याय दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। संस्था के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन स्तर से संस्थान की हरसंभव सहायता की जायेगी।
लॉयर के पास कॅरियर बनाने के ज्यादा अवसर मौजूदः तन्खा
कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने अपने संबोधन में कहा कि लॉ स्टूडेंट के पास कॅरियर बनाने के ज्यादा अवसर मौजूद होते हैं। उन्होंने कहा कि नये कॉलेज नये आइडियाज लेकर आते हैं। संस्थान की अच्छी फैकल्टी बेहतर परिणाम दिलाती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी काबिलियत पर विश्वास रखने को कहा। तन्खा ने कहा कि आपका टैलेंट ही आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।
संस्थान के वाइस चेयरमेन सौरभ करसौलिया ने आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि लॉ इंस्टीट्यूट अतिथियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। (एजेंसी, हि.स.)
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