img-fluid

MP: श्योपुर के इस गांव में उल्टी-दस्त से 10 दिन में 4 लोगों की मौत; 10 की हालत नाजुक

July 26, 2025

श्योपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर जिले (Sheopur district) से करीब 56 किमी दूर कराहल तहसील की सहरिया आदिवासियों (Sahariya tribals) की बस्ती में गुरुवार रात को उल्टी दस्त से 2 साल के बच्चे देव की मौत हो गई। यहां पिछले 10 दिनों में उल्टी दस्त से तीन बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लोगों की हालत नाजुक है। वहीं समय रहते एहतियाती कदम नहीं उठाने को लेकर श्योपुर कलेक्टर अर्पित वर्मा (Sheopur Collector Arpit Verma) ने कराहल बीएमओ सुरेश सोनी को सस्पेंड करने का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा है।


इससे पहले 16 जुलाई से अब तक चार की मौत हो चुकी। अब स्वास्थ्य विभाग ने अब कराहल सहराना के घर-घर जाकर जांच शुरू कर दी है।गुरुवार रात को 150 घरों में जांच की गई। इनमें 64 मरीज मिले।10 की हालत नाजुक होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।स्वास्थ्य शिविर में बस्ती की महिलाओं ने एसडीएम के सामने कराहल बीएमओ सुरेश सोनी पर ठीक से जांच नहीं करने के आरोप लगाए थे।

चार लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य, महिला ​बाल विकास विभाग और पंचायत के अफसर सक्रिय हुए। गांव में मौतों के कारण जानने के लिए पानी के सैंपल कलेक्ट जांच के लिए भेजे गए।आसपास की गंदगी को भी साफ कराया गया।बस्ती के साथ ही पूरे गांव में पंचायत की सफाई टीम ने दिनभर गंदगी हटाई।उगना बस्ती में करीब 100 घर हैं। जहां बारिश खत्म होने के बाद लोग उल्टी दस्त, बुखार और खांसी जुकाम से पीड़ित हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि विश्वास आदिवासी खेत से लौटते वक्त बीमार हो गया।वह उल्टी-दस्त के बाद चक्कर खाकर जमीन पर गिर पड़ा।20 जुलाई को उसकी मौत हो गई, जबकि राजवीर की बेटी मंगला को 16 जुलाई को उल्टियां होने लगीं। परिजन उसे इलाज कराने कराहल ले गए।वहां से उसे ठीक बताकर वापस भेज दिया।घर पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही उसकी भी मौत हो गई।इसके बाद अजय के बेटे अभिराज 18 जुलाई को उल्टी दस्त से पीड़ित हुआ। कुछ समय बाद उसकी भी मौत हो गई।

Share:

  • सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल-कॉलेजों दी सख्त हिदायत, कहा- इतने बच्चे सुसाइड कर रहे, अनदेखा नहीं कर सकते

    Sat Jul 26 , 2025
    नई दिल्‍ली । सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने देश में युवाओं (Youth) ने बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर चिंता जताई है। उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने कहा है कि आत्महत्याओं की वजह से युवाओं की लगातार जान जाना व्यवस्थागत विफलता को दिखाया है और इस मुद्दे को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। कोर्ट में […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved