
इंदौर। इंदौर शहर (Indore city) में कांग्रेस की एक महिला पार्षद (Congress Woman Councillor) बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) के दिए उस बयान पर भड़क गईं, जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म की लड़कियों से कहा था कि दुर्गा बनो, काली बनो लेकिन बुर्के वाली मत बनो। महिला पार्षद ने इसे मुस्लिम धर्म की महिलाओं का अपमान बताय़ा और कथावाचक द्वारा अपने बयानों में बार-बार मुस्लिम समाज को निशाना बनाने पर भी आपत्ति जताई। इसके साथ ही ऐसे आपत्तिजनक बयानों पर चुप्पी साधने वाले अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के रवैये पर भी सवाल उठाए।
बागेश्वर बाबा के बयान पर यह आपत्ति इंदौर के वार्ड क्रमांक 39 से कांग्रेस पार्षद रुबीना इकबाल खान (Rubina Iqbal Khan) ने जताई। दरअसल पार्षद रुबीना धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान से नाराज थीं जिसमें उन्होंने ‘बुर्के वाली महिलाओं’ को लव जिहाद से जोड़ दिया था। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि ‘धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को यह अधिकार किसने दिया कि वह बुर्के वाली महिलाओं पर टिप्पणी करें? इसके लिए उन्हें माफी मांगना चाहिए। लव जिहाद कुछ गिने-चुने लोग फैलाते हैं, पूरे समाज को दोष देना गलत है।’
उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू धर्म की लड़कियों के लिए कहा कि दुर्गा बनो… काली बनो… लेकिन बुर्के वाली मत बनो। उनके इस बयान को अपमानजनक बताते हुए रुबीना ने कहा कि बुर्के वालों ने क्या करा है। अगर किसी आदमी ने कोई गलत काम किया है तो उसके लिए कहा जाए, लेकिन इन सबमें बुर्के वाली कहां से आ गई।
महिला पार्षद इतने पर ही नहीं रूकीं, उन्होंने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को लेकर भी खुलकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में बरी होने के बाद से ही प्रज्ञा ठाकुर मुसलमानों को बदनाम करने में लगी हुई हैं। इसके बाद रुबीना ने अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि जब ऐसे मुद्दों पर जवाब देने की बारी आती है, तो कांग्रेस नेतृत्व खामोश हो जाता है।
कांग्रेस पार्षद ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री और दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह पर भी सवाल उठाए। रुबीना ने कहा कि मुसलमान क्या सिर्फ वोट देने के लिए होते हैं क्या, चुनाव के समय तो आप मुस्लिम धर्म के वोट तो बटोर लेते हैं, लेकिन जब इस प्रकार की टिप्पणी होती है तो कहां चले जाते हैं। वे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जैसे नेताओं के विवादित बयानों पर चुप क्यों रहते हैं।
रुबीना ने ये सारे आरोप कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान लगाए, जिसका मकसद यूं तो इंदौर नगर निगम में भाजपा बोर्ड के कार्यकाल के 3 साल पूरे होने पर नगर निगम की नीतियों और कामकाज पर सवाल उठाना था, लेकिन यह पीसी धर्म, जाति और लव जिहाद जैसे संवेदनशील मुद्दों में उलझ कर रह गई। कांग्रेस पार्षद ने इस मंच पर न सिर्फ विरोधियों को घेरा बल्कि अपनी ही पार्टी के नेताओं को कठघरे में खड़ा कर दिया।
बता दें कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल ही में बुरहानपुर में हिंदू बेटी की निर्मम हत्या को लेकर एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में कई तरह के जिहाद चल रहे हैं- थूक जिहाद, लैंड जिहाद और लव जिहाद। कुछ कुंठित और संकुचित मानसिकता के लोग हिंदू बहन-बेटियों को प्रेम के झांसे में फंसाते हैं, और जब उनके मंसूबे पूरे नहीं होते, तो वे उन्हें मौत के घाट उतार देते हैं। इसके बाद उन्होंने हिंदू धर्म की लड़कियों को नसीहत देते हुए कहा था कि हिंदू धर्म की लड़कियों दुर्गा बनो, काली बनो लेकिन कभी बुर्के वाली कभी मत बनो।
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