
इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Minister Kailash Vijayvargiya) बुधवार को इंदौर मेट्रो कॉरिडोर (Indore Metro Corridor) पहुंचे जहां उन्होंने शनिवार को होने वाले मेट्रो ट्रेन (Metro train) के लोकार्पण समारोह से पहले मेट्रो के संचालन की तैयारियों का निरीक्षण किया और इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने घोषणा की कि पहले सात दिनों तक इंदौर मेट्रो में यात्रियों को मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शनिवार 31 मई को भोपाल आ रहे हैं, जहां वे देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर महिला केंद्रित कार्यक्रम ‘महिला सशक्तिकरण महा समागम’ में भाग लेंगे। इसी दौरान वे वर्चुअली इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यात्री सेवा का शुभारंभ भी करेंगे। इंदौर मेट्रो का यह लगभग 6 किलोमीटर का हिस्सा येलो लाइन का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इसमें पांच स्टेशन गांधीनगर स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 6 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 5 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 4 स्टेशन और सुपर कॉरिडोर 3 स्टेशन शामिल हैं। यह कॉरिडोर ट्रैफिक और प्रदूषण कम करेगा, साथ ही यात्रियों को आरामदायक सफर प्रदान करेगा।
पीएम द्वारा किए जाने वाले लोकार्पण से पहले बुधवार शाम विजयवर्गीय इंदौर मेट्रो के गांधी नगर स्टेशन पहुंचे और इंदौर मेट्रो के उद्घाटन की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा, ‘भोपाल में 31 मई को पीएम मोदी का कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण को समर्पित है। यह महिला सशक्तिकरण का वर्ष है। देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती वर्ष पर हमने तय किया है कि इस स्टेशन (गांधी नगर स्टेशन) का नाम ‘मां अहिल्या टर्मिनल’ होगा और यह मां अहिल्याबाई के प्रति हमारी कृतज्ञता और श्रद्धा होगी।’
आगे उन्होंने कहा, ‘फिलहाल इंदौर मेट्रो करीब छह किलोमीटर लंबी है और जल्द ही इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। मेरा मानना है कि शहर के अन्य हिस्सों में मेट्रो सेवाओं के विस्तार में करीब छह महीने लगेंगे और धीरे-धीरे इसे पूरे शहर में फैलाया जाएगा। मेट्रो शुरू होने के बाद पहले सात दिनों तक यात्रियों को मुफ्त सवारी दी जाएगी।’
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इंदौर मेट्रो का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आधुनिकता की ओर इंदौर की प्रगति का भी प्रतीक है। इसके अलावा, इंदौर में मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 31.32 किलोमीटर है। इस परियोजना में 22.62 किलोमीटर एलिवेटेड और 8.7 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो शामिल है। येलो लाइन पर 28 स्टेशन होंगे, जो शहरी यात्रा को आसान, तेज और पर्यावरण के अनुकूल बनाएंगे। पूरी 31.32 किलोमीटर की मेट्रो परियोजना की लागत लगभग 7,500 करोड़ रुपए है। शुरुआत में, 6 किलोमीटर के कॉरिडोर का उद्घाटन किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 1,520 करोड़ रुपए आई है।
इंदौर मेट्रो की खास बातें
– वातानुकूलित, प्रदूषण रहित आधुनिक कोच
– एक ट्रेन की यात्री क्षमता: लगभग 980 यात्री
– सभी स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा
– दिव्यांगजनों के लिए ब्रेल लिपि और स्पर्शनीय टाइलें
– सभी स्टेशन व डिपो पर CCTV कैमरे और अग्निशमन उपकरण
– यात्रियों की सुरक्षा के लिये आपातकालीन बटन और इंटरकॉम
– दृष्टिहीन यात्रियों के लिए ऑडियो अनाउंसमेंट प्रणाली
– मेट्रो स्टेशनों पर व्हील-चेयर, बैठने की सुविधा, शौचालय और पीने का पानी
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