
इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में एक सरकारी कॉलेज (Government College ) की महिला प्रिंसिपल (Woman Principal) के रूम का गेट तोड़कर उसमें जंगली घास बिखेरने की घटना को लेकर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) (National Students Union of India – NSUI) के कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया। कॉलेज कैंपस में उगी जंगली घास कटवाने की पुरानी मांग कथित रूप से पूरी नहीं होने पर भड़के एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के इस उग्र विरोध प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए।
भंवरकुआं पुलिस थाना एसएचओ राजकुमार यादव ने सोमवार को बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के एक कर्मचारी की शिकायत पर एनएसयूआई के नेता अमन पटवारी और इस छात्र संगठन के अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एसएचओ ने बताया कि यह मामला सरकारी दफ्तर में जबरन घुसकर कर्मचारियों से अभद्रता, शासकीय कार्य में बाधा और तोड़-फोड़ के आरोपों में भारतीय न्याय संहिता के संबद्ध प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है।
एनएसयूआई नेता पटवारी ने दावा किया कि वह लंबे वक्त से कॉलेज प्रबंधन से मांग कर रहे थे कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रतिमा स्थल और कॉलेज कैंपस के अन्य स्थानों पर उगी जंगली घास कटवा दी जाए और कचरा साफ करा दिया जाए, लेकिन कॉलेज प्रबंधन इस मांग पर ध्यान नहीं दे रहा था। उन्होंने कहा,‘‘हमने कॉलेज कैंपस की जंगली घास खुद उखाड़ी। हम यह घास प्रिंसिपल को भेंट करने जा रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने रूम में ताला लगवा दिया। आखिरकार हमें अपनी उचित मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ा।’’
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. ममता चंद्रशेखर ने घटनाक्रम को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘‘मेरे रूम का गेट तोड़ने की जब घटना हुई उस समय मैं कॉलेज में नहीं थी। बाद में जब मैं अपने रूम में पहुंची, तो मुझे मेरी कुर्सी के साथ ही हर तरफ जंगली घास बिखरी मिली।’’
उन्होंने बताया, ‘‘कुछ प्रिंसिपल जब उग्र प्रदर्शनकारियों को समझाने गईं, तो प्रदर्शनकारियों ने उनसे बदतमीजी करते हुए लोहे की रॉड से मेरे रूम का दरवाजा तोड़ दिया और जबरन भीतर घुस गए। प्रदर्शनकारियों की इस गुंडागर्दी ने शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर दिया है।’’ प्रिंसिपल के मुताबिक बारिश के मौसम में हर साल कॉलेज कैंपस में जंगली घास उग जाती है, जिसे कटवाने का आदेश वह अपने मातहत कर्मचारियों को पहले ही दे चुकी हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved