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MP : डिलीवरी के बाद महिलाओं ने खोई याददाश्त, सरकारी अस्पताल में सनसनीखेज मामला, डॉक्टर भी हैरान

March 01, 2025

रीवा. मध्य प्रदेश (MP) के विंध्य क्षेत्र (Vindhya region) के सबसे बड़े अस्पताल गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (Gandhi Memorial Hospital) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां शुक्रवार को सीजेरियन से प्रसव के बाद पांच महिलाओं (Women) ने अपनी याददाश्त (memory) खो दी है. ये महिलाएं अपने करीबी परिजनों और परिवार के सदस्यों को भी नहीं पहचान पा रही हैं. इस घटना से हॉस्पिटल के चिकित्सक (doctors) भी स्तब्ध (surprised) हैं. सभी प्रभावित महिलाओं को आईसीयू में भर्ती कर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गहन जांच और इलाज में जुटी है.

मामला गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल के गायनी वार्ड का है. शुक्रवार को यहां पांच महिलाओं का सीजेरियन ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद उन्हें सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन काफी समय तक वे होश में नहीं आईं. परिजनों ने जब यह देखा तो चिंता बढ़ गई. वार्ड में मौजूद डॉक्टरों से बात करने के बाद कुछ देर में महिलाओं को होश आया, लेकिन वे अपने परिजनों को पहचान नहीं पाईं. यह देखकर परिजन घबरा गए और हॉस्पिटल प्रबंधन को तुरंत सूचना दी गई. खबर फैलते ही हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया.


तत्काल कार्रवाई और जांच शुरू
हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा तुरंत डॉक्टरों की टीम के साथ गायनी वार्ड पहुंचे और महिलाओं की स्थिति का जायजा लिया. सभी पांच महिलाओं को एहतियातन आईसीयू में शिफ्ट किया गया, जहां अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी निगरानी और इलाज में जुटे हैं. डॉ. मिश्रा ने बताया कि तीन महिलाओं की हालत अब स्थिर है, जबकि दो की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है.

परिजनों में आक्रोश और चिंता
प्रभावित महिलाओं के परिजनों में चिंता के साथ-साथ नाराजगी भी है. ताहिद अली और अंबुज गुप्ता ने बताया, “हमारे मरीज ऑपरेशन के बाद से किसी को पहचान नहीं पा रहे हैं. डॉक्टर इलाज तो कर रहे हैं, लेकिन यह नहीं बता पा रहे कि वे कब तक ठीक होंगी.” परिजनों का कहना है कि ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई.

दवाओं की जांच के साथ इलाज जारी
हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा ने कहा, “ऑपरेशन के बाद महिलाओं के याददाश्त खोने की समस्या सामने आई है. हम गहन जांच कर रहे हैं कि यह स्थिति किन कारणों से उत्पन्न हुई. ऑपरेशन में इस्तेमाल की गई दवाओं और उनके डोज की भी जाँच की जा रही है. फिलहाल महिलाओं की हालत स्थिर है और उन्हें बेहतर इलाज दिया जा रहा है.” उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की तह तक जाकर कारणों का पता लगाया जाएगा.

मेडिकल क्षेत्र में चर्चा का विषय
यह घटना न केवल हॉस्पिटल बल्कि मेडिकल क्षेत्र में भी चर्चा का विषय बन गई है. विशेषज्ञ इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि क्या यह स्थिति एनेस्थीसिया या किसी अन्य दवा के दुष्प्रभाव से जुड़ी हो सकती है. प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद जताई जा रही है.

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